जब CIA ने बिल्लियों से कराई थी जासूसी, दिल दहला देगी ऑपरेशन एकॉस्टिक किटी की पूरी कहानी!

दुनिया में कई देशों ने जासूसी के लिए जानवरों का भी इस्तेमाल किया है. हालांकि, आज हम आपको अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA के एक ऐसे ऑपरेशन के बारे में बता रहे हैं, जिसके बारे में जानने के बाद आप रूह कांप उठेगी.

Written by - Bhawna Sahni | Last Updated : Jan 23, 2025, 11:16 PM IST
    • बिल्लियों का होता था इस्तेमाल
    • CIA ने चलाया था ये ऑपरेशन
जब CIA ने बिल्लियों से कराई थी जासूसी, दिल दहला देगी ऑपरेशन एकॉस्टिक किटी की पूरी कहानी!

नई दिल्ली: पूरी दुनिया अपने-अपने देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए जासूसी करने में भी पीछे नहीं हटते. वहीं, अगर हमारे सामने कोई जासूसी की बात भी करे तो सबसे पहले हमारे जेहन में जेम्स बॉन्ड की छवि ताजा हो जाती है. जैसे हर जासूस सूट-बूट पहनकर हाथों में पिस्तौल थामे घूमता है. हालांकि, असल जिंदगी के जासूसों की बात करें तो वो जेम्स बॉन्ड से बिल्कुल अलग होते हैं. ऐसे में अगर हम आपसे कहें कि असल जिंदगी में पक्षियों और जानवरों से भी जासूसी कराई जाती है, तो शायद आप यकीन नहीं कर पाएंगे, लेकिन ये सच है.

बिल्लियों से कराई गई अनोखे ढंग से जासूसी

आज हम आपको CIA के एक ऐसे ऑपरेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें उन्होंने अनोखे ढंग से बिल्लियों से जासूसी कराई थी, जिसे जानने के बाद आपका भी दिल दहल जाएगा. दरअसल, यहां हम बात कर रहे हैं 'ऑपरेशन एकॉस्टिक किटी' के बारे में. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बार अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA के एक पूर्व कर्मचारी विक्टर मर्चेटी ने अपने इस ऑपरेशन के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने बताया था कि इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए वो बिल्ली को बीच से काटते थे और फिर उसके अंदर बैटरी डाल दिया करते थे. इस वजह से वो बिल्ली चलने-फिरने लायक हो जाया करती थी.

5 साल का लगा था वक्त

विक्टर के मुताबिक, इस बिल्ली को देखकर ऐसा लगता था कि कोई असली बिल्ली ही घूम रही है, उसे देखकर कोई अंदाजा ही नहीं लगा पाता था कि ये CIA की कोई जासूस है. स्मिथसोनियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, कथित रूप से इस जिंदा दिखने वाली बिल्ली को बनाने में CIA को लगभग 5 साल का वक्त लगा. इस प्रोजेक्ट को बनाने की तैयारी 1960 के दशक में शुरू की गई थी. इस पर करीब 20 मिलियन डॉलर का भारी-भरकम खर्चा किया गया था.

90 के दशक में हुआ था लीक

ये वक्त शीत युद्ध का था. उस समय अमेरिका और रूस एक दूसरे के सामने खड़े थे. दोनों एक दूसरे की जासूसी करने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहे थे. इसी दौरान ऑपरेशन एकॉस्टिक किटी की भी शुरुआत की गई थी. हालांकि, 90 के दशक में इसकी जानकारी लीक हो गई. 

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