नई दिल्ली: चीन में युवा फिल्म स्टार और सेलेब्रेटी सरकार के निशाने पर हैं. जिनके फॉलोवर्स की संख्या करोड़ों में हैं, जो चीन के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर जाने जाते हैं, जिनकी फिल्में और सीरियल दुनिया भर में देखीं जाती हैं, शी जिनपिंग सरकार उन युवा सितारों की ही पहचान मिटाने पर अमादा हो गई है, चीन को अपने ही सेलेब्रेटिज़ के स्टेटस से डर लगने लगा है.
इन्हीं में एक नाम है ज़ाओ वे (Zhao Wei) जो चीन की सबसे चर्चित युवा अभिनेत्री में गिनी जाती रहीं. चाइनीज फिल्म और टीवी इंडस्ट्री का जाना माना नाम ज़ाओ वे, एक दिन अचानक ही गुम हो गईं. ज़ाओ वे की तस्वीरें, उनके टीवी सीरियल, फिल्में, वीडियो यहां तक की उनका नाम भी चीन के इंटरनेट से डिलीट कर दिया गया. ज़ाओ का फैन पेज, उनका ट्विटर अकाउंट भी अब इंटरनेट पर नहीं है.
ज़ाओ मशहूर हैं, चीन के रईस कारोबारियों में उनकी गिनती होती है, चीन के बड़े प्रोडक्शन हाउस में उनके शेयर हैं, फ्रांस में उनकी कई प्रॉपर्टी हैं लेकिन अगस्त 2021 में अचानक वो इंटरनेट से ऐसे गायब हुईं मानो ज़ाओ वे नाम की कोई एक्टर चीन में थी ही नहीं.
जाओ से हो गईं ये गलतियां
ज़ाओ पर इतनी बड़ी कार्रवाई क्यों हुई, इसकी जानकारी चीनी मीडिया में नहीं दी गई. बताया जाता है कि टोक्यो में विवादित यासूकूनि (Yasukuni shrine) की समाधि पर ज़ाओ की सेल्फी क्या वायरल हुई चीन की सरकार आग बबूला हो गई. ज़ाओ वे पर भी ये भी आरोप है कि उन्होंने अपनी फिल्म के लिए दुश्मन देश ताइवान के एक्टर को साइन किया था.
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एक्टर झेंग पर 339 करोड़ का जुर्माना
चीन की ही दूसरी एक्टर झेंग शुआंग (Zheng Shuang) पर भी टैक्स चोरी के मामले में 4.61 करोड़ डॉलर (करीब 339 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया है. झेंग की मशहूर टीवी सीरीज ‘शॉर्ड ऑफ लिजेंड्स’ को इंटरनेट से हटा दिया गया. इसके साथ ही जिन वेब सीरीज में झेंग ने काम किया है उसके क्रेडिट लिस्ट से भी झेंग का नाम गायब है. झेंग को दो फैशन ब्रांड लेवल की मॉडलिंग से भी हाथ धोना पड़ा.
सिंगर हू जून पर सरकार का एक्शन
पॉपुलर सिंगर हू जून (Huo Zun) चीन में प्लेबॉय माने जाते हैं, उनकी महिला मित्र ने हाल में ही धोखे का आरोप लगाया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर हू जून को लेकर कई विवादित पोस्ट लिखे गए और वो भी चीन की कठोर कम्यूनिस्ट सरकार की नज़र में आ गए. इसके बाद हू जून के भी कई वीडियो और गाने इंटरनेट से हटाए जा रहे हैं .
चीन की नीति क्या है
दरअसल चीन में टीवी और फिल्मी सितारों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी लागू की गई है. अगस्त 2019 में रेडियो और टेलीविजन एसोसिएशन को ये फरमान भेजा गया था कि नैतिकता के मामले में ज़रा सी भी ढिलाई नहीं बरती जा . उसके बाद से ही चीन में फिल्मी सितारे, सिंगर, सोशल मीडिया स्टार्स के रहने, बातचीत और मीडिया में पेश आने के तरीकों पर नज़र रखी जाने लगी है.
इन वजहों से परेशान है चीनी सरकार
चीन की सरकार का मानना है कि युवा फिल्मी सितारे पश्चिमी देशों से प्रभावित हो रहे हैं. उनमें देशभक्ति की भावना खत्म हो रही है. चीन की सरकार इस बात से भी परेशान है कि मशहूर पुरुष मॉडल लड़कियों की तरह दिखने लगे हैं, वो लड़कियों की तरह मेकअप करते हैं, जबकि युवाओं को सेना के जवानों की तरह मजबूत कदकाठी का दिखना चाहिए. इन्हें बच्चे, युवा कॉपी करते हैं और एक बेहतर नागरिक नहीं बन पाते हैं. इसलिए ये सख्त संदेश है कि फिल्मी सितारे, मॉडल... सरकार के कहे मुताबिक व्यवहार करें नहीं तो उनकी पहचान मिटाकर कड़ा सबक सिखाया जाए.
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