Himachal: सुख आश्रय योजना के तहत प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने बिलासपुर जिला के 16 अनाथ बच्चों को जिन्हे चिल्ड्रेन ऑफ़ द स्टेट का दर्जा मिला है उन्हें भारत भ्रमण पर भेजा है.
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Himachal Pradesh/विजय भारद्वाज: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अनाथ बच्चों के सशक्तिकरण और उनके समग्र विकास के लिए चलाई जा रही सुख आश्रय योजना के अंतर्गत प्रदेश के नगर नियोजक, आवास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने घुमारवीं उपमंडल के भगेड से चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट में शामिल 16 बच्चों को दो दिवसीय भ्रमण पर रवाना किया है.
वहीं इस दौरान मंत्री राजेश धर्माणी ने बस को हरी झण्डी दिखाई और इस टूअर के लिए सभी बच्चों को अपनी शुभकामनाएं भी दी. वहीं मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के 6 हजार अनाथ बच्चों को ''चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट'' में शामिल किया है. जिन्हें उचित शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने सुख आश्रय योजना की शुरुआत की है.
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इस योजना के तहत बिलासपुर जिला के 16 बच्चों को इस योजना के अन्तर्गत भ्रमण के लिए बाघा बार्डर, स्वर्ण मंदिर, जलियांवाला बाग व साइंस सिटी कपूरथला रवाना किया गया है, जहां इन बच्चों के घूमने सहित रहने व खाने पीने का सारा खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी. साथ ही राजेश धर्माणी ने कहा कि यह पहल न केवल अनाथ बच्चों के भविष्य को सशक्त बनाने का कार्य करेगी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी कारगर सिद्ध होगी.
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वहीं इस भ्रमण के दौरान इन बच्चों को विभिन्न स्थानों का अनुभव मिलेगा जो उनकी शिक्षा और मानसिक विकास में सहायक सिद्ध होगा. इसके साथ ही इन बच्चों को ऐतिहासिक धरोहरों के संबंध में जानकारी और भरपूर मनोरंजन का अनुभव प्राप्त होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने अनाथ बच्चों के कल्याण के लिए ऐसा कानून बनाया है और राज्य सरकार ने इस कानून के तहत बच्चों को गुणात्मक शिक्षा, कल्याण और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता प्रदान की है.
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