AIIMS Delhi: फ्लाइट में रुकी 2 साल के बच्चे की सांस, जानें कैसे बची जान
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh1844924

AIIMS Delhi: फ्लाइट में रुकी 2 साल के बच्चे की सांस, जानें कैसे बची जान

Delhi AIIMS News: दिल्ली जाने वाली विस्तारा फ्लाइट में 2 साल के बच्चे की सांसें रुकी. जिसके बाद विमान में हड़कंप मच गया. जानें कैसे बच्चे की जान बची. 

AIIMS Delhi: फ्लाइट में रुकी 2 साल के बच्चे की सांस, जानें कैसे बची जान

AIIMS News: सोमवार को बेंगलुरु से दिल्ली आ रही एक विस्तारा एयरलाइन की फ्लाइट में 2 साल के बच्चे की अचानक तबीयत बिगड़ गई. उसकी सांसे नहीं चल रही थी और होंठ और उंगलियां भी पीले पड़ गए थे. ऐसे में भगवान ने चमत्कार कर दिया है. 

अक्सर टीवी और फिल्मों में ही चमत्कार होते आपने देखा होगा, लेकिन कभी-कभी ऐसा हकीकत में भी देखने को मिल जाता है. आपने सुना ही होगा डॉक्टर्स को भगवान का रूप कहा जाता हैं क्योंकि ये इंसान की मुश्किल घड़ी में उसका साथ देते हैं. लोगों की जान बचाने में डॉक्टर का अहम रोल होता है. इंसान जब  जिदंगी और मौत के बीच लड़ रहा होता है. तब हम डॉक्टर की तरह ही देखते हैं.  डॉक्टर ही है जो उसे नया जीवन प्रदान करते हैं. 

अब आप सोच रहे होंगे कि हम आपको ऐसा क्यों बता रहे हैं. दरअसल, ऐसा ही एक घटना कर्नाटक के बेंगलुरु से राजधानी दिल्ली आ रही विस्तारा एयरलाइन (Vistara Airlines) की फ्लाइट में हुई. जिसमें विस्तारा एयरलाइन की UL-814 फ्लाइट में अचानक एक बच्ची की तबीयत खराब हो गई. 2 साल की बच्ची जिसका इंट्राकार्डियक (Intracardiac) ठीक करने के लिए बाहर ऑपरेशन किया गया था. ऐसे में वह बेहोश हो गई. बच्ची को ऐसे हालात में देख फ्लाइट में मौजूद लोग घबरा गए, लेकिन इस बीच, एम्स दिल्ली (Delhi AIIMS) के 5 डॉक्टर फ्लाइट में थे. जो भगवान बनते नजर आए. 

फ्लाइट में मौजूद एम्स के 5 डॉक्टरों डॉ नवदीप कौर- SR एनेस्थीसिया, डॉ. दमनदीप सिंह- SR कार्डियक रेडियोलॉजी, डॉ. ऋषभ जैन- पूर्व SR एम्स रेडियोलॉजी, डॉ. ओइशिका- SR ओबीजी, डॉ. अविचला टैक्सक- SR कार्डियक रेडियोलॉजी ने साथ मिलकर तुरंत बच्चे को देखा तो पाया कि उसकी नाड़ी गायब थी. 

वहीं, हाथ-पैर ठंडे थे और सांस भी बंद थी. इतना ही नहीं उसके होंठ और उंगलियां भी पीले हो गई थी. ऐसे में  इसके बाद तत्काल रूप से डॉक्टर ने ऑन एयर सीपीआर (CPR) शुरू किया गया और बच्चे के इलाज के लिए प्रबंध किया.

आखिरी में डॉक्टरों की टीम ने 45 मिनट तक बच्चे को होश में लाने के लिए कड़ी कोशिश की. जिसके बाद उसे पुनर्जीवित किया और बच्चे को नई जिंदगी मिल गई. इसके बाद फ्लाइट को नागपुर के लिए रवाना किया गया. इस पूरे घटना की जानकारी, AIIMS दिल्ली ने ट्वीट कर दी.

Trending news