US-UK Attacks Houthi Military Bases: यूएस सेंट्रल कमांड (सीईएनटीसीओएम) ने इन हमलों की तस्दीक की और बताया कि अमेरिकी बलों ने हूती समूह के ईरान समर्थित भूमिगत पारंपरिक हथियार भंडारण स्थलों पर सटीक हमले किए.
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US-UK Attacks Houthi Military Bases: अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन ने 9 जनवरी को यमन के कई हिस्सों पर हवाई हमले किए. हूती द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी के मुताबिक, गठबंधन ने भोर से पहले यमन की राजधानी सना और उत्तरी यमन के अन्य क्षेत्रों पर हमले किए. इसमें सना के दक्षिण में सनहान जिले और उत्तरी प्रांत अमरान के हर्फ सूफ़यान जिले पर पांच हमले किए गए, जबकि होदेइदाह प्रांत के अल-लुहय्याह जिले पर एक हमला हुआ. इन हमलों में हूती सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया. जिससे कई हूतियों के सैन्य ठिकाने तबाह हो गए हैं.
यह हमले 24 घंटे से भी कम समय में हूती सैन्य चौकियों पर दोबारा किए गए. अल-मसीरा टीवी ने बताया कि इससे पहले बुधवार को भी सना और अमरान में हमले किए गए थे. यूएस सेंट्रल कमांड (सीईएनटीसीओएम) ने इन हमलों की तस्दीक की और बताया कि अमेरिकी बलों ने हूती समूह के ईरान समर्थित भूमिगत पारंपरिक हथियार भंडारण स्थलों पर सटीक हमले किए. इन हथियारों का इस्तेमाल अमेरिकी नौसेना के युद्धपोतों और व्यापारी जहाजों पर हमले करने के लिए किया जा रहा था.
हूती अधिकारी ने क्या कहा?
हमलों के बाद, हूती अधिकारी हुसैन अल-एज़ी ने कहा कि अमेरिका अपनी आक्रामकता जारी रखे हुए है, लेकिन, उसे नहीं पता कि इसका परिणाम क्या होगा. हूती समूह उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण करता है. यह समूह नवंबर 2023 से फिलिस्तीनियों के समर्थन में इजरायल पर हमले कर रहा है और लाल सागर में "इजरायल से जुड़े" शिपिंग को भी बाधित कर रहा है.
हूती को रोकने के लिए अमेरिका का हमला जारी
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, इसके जवाब में अमेरिकी नेतृत्व वाली नौसेना गठबंधन ने हूती समूह को रोकने के लिए नियमित हवाई हमले किए हैं. इसके कारण हूती ने अमेरिकी युद्धपोतों को निशाना बनाने के लिए हमलों का दायरा बढ़ा दिया है. पिछले महीने 5 जनवरी को, अमेरिका ने यमन के उत्तरी प्रांत सादा में तीन हवाई हमले किए थे. इसमें हूती समूह के एक सैन्य स्थल को निशाना बनाया गया था.