Delhi WFH: दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, आधे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर भेजा
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Delhi WFH: दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, आधे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर भेजा

Delhi WFH: दिल्ली सराकार ने अपने आधे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर भेज दिया है. यह फैसला प्रदूषण के कारण लिया गया है. बता दें, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 500 पहुंच गया है.

Delhi WFH: दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, आधे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर भेजा

Delhi WFH: दिल्ली में प्रदूषण की वजह से सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली गवर्नमेंट ऑफिल के 50 फीसद स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम पर भेज दिया गया है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि शहर में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार के ऑफिस के आधे कर्मचारी घर से काम करेंगे.

गोपाल राय ने किया ट्वीट

गोपाल राय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से भी इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने सोशल मीजिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारी घर से काम करेंगे. उन्होंने कहा कि इस प्रावधान के क्रियान्वयन पर अधिकारियों के साथ बाद में होने वाली बैठक में चर्चा की जाएगी.

अलग-अलग किया था टाइम टेबल

इससे पहले, सरकार ने अपने कार्यालयों और एमसीडी के लिए अलग-अलग टाइम टेबल का ऐलान किया था. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के ऑफिस का वक्त सुबह 8.30 बजे से शाम 5 बजे तक तय किया गया था, जबकि दिल्ली सरकार के ऑफिस का वक्त सुबह 10 बजे से शाम 6.30 बजे तक था.

आर्टिफिशियल रेन की गुजारिश

बता दें, दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी गंभीर पहुंच गया है. कई इलाकों में एक्यूआई 500 को छू गया है. बीते रोज प्रयावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र को खत लिखकर आर्टिफियल रेन करानी की गुजारिश की थी. आर्टिफिशियल रे क्लाउड सीडिंग के जरिए की जाती है. इस तकनीक से प्रदूषण से थोड़ी राहत मिल सकती है.

दिल्ली में कई चीजों पर रोक

देश की राजधानी दिल्ली में स्कूलों में फिजिकल क्लासेज चलाने पर रोक लगाई गई है और बच्चे ऑनलाइन क्लासेस ले रहे हैं. वहीं सरकार ने शहर में कंस्ट्रक्शन और डीजल के ट्रक, बीएस 4, फोर व्हीलर्स पर रोक लगा दी है. लेकिन, इसके बावजूद भी हवा जहरीली बनी हुई है. एक्यूआई खराब होने का अहम कारण मौसम और पराली जलाने को माना जा रहा है.

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