Hemant Soren: झारखंड का सियासी पारा गर्म है. इस बीच डीसी रांची मुख्यमंत्री आवास के भीतर गए हैं. वहीं, SSP वाहन स्टैंडबाय पर आवास के बाहर तैनात है. इस बीच राजभवन में हलचल तेज हो गई है.
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Hemant Soren: झारखंड के सियासी उथल-पुथल के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है. इस बीच JMM विधायक चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है. माना जा रहा है कि चंपई सोरेन झारखंड के नए सीएम होंगे. इससे पहले हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही थी लेकिन परिवार में हुए विरोध के कारण उन्हें इस पद के लिए ठीक नहीं समझा गया.
इस बीच बड़ी खबर सामने आ रही है कि हेमंत सोरेन की किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है. रांची में मुख्यमंत्री आवास के बाहर भारी सुरक्षाबल तैनात हैं. इसके साथ ही सूबे के DGP और मुख्य सचिव भी मुख्यंत्री आवास पहुंच चुके हैं. कथित जमीन घोटाले में ED की टीम कई घंटों से सीएम से पूछताछ कर रही है.
आवास के बाहर SSP की गाड़ी स्टैंडबाय में तैनात
इसके साथ ही डीसी रांची मुख्यमंत्री आवास के भीतर गए हैं. वहीं, SSP वाहन स्टैंडबाय पर आवास के बाहर तैनात है. इस बीच राजभवन में हलचल तेज हो गई है. राजभवन के बाहर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. सभी पुलिसकर्मी कतार में खड़े हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, रांची में एक और टूरिस्ट बस मुख्यमंत्री आवास भीतर दाखिल हुई है. अब तक 3 टूरिस्ट बसें सीएम आवास में भीतर जा चुकी हैं.
सीएम की बीवी को सौंपी जानी थी बागडोर
इससे पहले मुख्यमंत्री सोरेन 30 जनवरी को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे. मुख्यमंत्री सोरेन ने दिल्ली से रांची तक सड़क मार्ग के जरिए 12 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा की. यहां उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर लीडर्स और विधायकों से मुलाकात की. इस बैठक में मुख्यमंत्री सोरेन की बीवी कल्पना सोरेन की भी मौजूदगी रही. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही थी कि हेमंत सोरेन की बीवी को सीएम की बागडोर सौंपी जाएगी.
पूरे समुदाय को बदनाम करने की गई कोशिश
वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED अधिकारियों पर SC/ST Act के तहत मुकदमा दर्ज करावाई है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है, "ED के अधिकारियों ने 30 जनवरी को दिल्ली में मौजूद दफ्तर में छापेमारी की थी. इससे मुझे और मेरे पूरे समुदाय को परेशान करने और बदनाम करने की कोशिश की गई है."
सीएम ने आगे कहा, "27 और 28 जनवरी को मैं दिल्ली के दौरे पर था. इस दौरान मैं दिल्ली में मौजूद 5/1 शांति निकेतन, जिसे झारखंड राज्य के जरिए निवास और दफ्तर यूज के लिए लीज पर लिया गया है, मैं उसमें रुका था. मुझे पता चला कि इन अधिकारियों ने मेरे आधिकारिक दफ्तर पर तलाशी ली थी. ये छापेमारी मुझे सूचना दिए बिना की गई थी."