Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के एक आईवीएफ सेंटर में नाबालिग लड़कियों के अंडाणु बेचने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चार लोगों में एक महिला और उसके पति भी शामिल हैं.
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UP News: फिल्म ' विकी डोनर' में अपना शुक्राणु बेचने वाले नायक की कहानी शायद आपको याद होगी, जिसमे वो निसंतान दंपति को अपना शुक्राणु बेचता था. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में सामने आया है. लेकिन इसमें ख़ास बात यह है कि यहां कोई पुरुष अपना शुक्राणु नहीं बेच रहा था बल्कि नाबालिग लड़कियां अपना अंडाणु बेचती हुई पायी गयी हैं, वो भी स्वेच्छा से नहीं बल्कि किसी आपराधिक गिरोह का शिकार होकर वो ऐसा करने को मजबूर थीं.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के एक आईवीएफ सेंटर में नाबालिग लड़कियों के अंडाणु बेचने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चार लोगों में एक महिला और उसके पति भी शामिल हैं, जो बड़ी रकम लेकर निसंतान दंपतियों को नाबालिग लड़कियों के अंडाणु मुहैया कराते थे. पुलिस ने ये जानकारी शुक्रवार को दी.
पुलिस ने बताया कि नाबालिग लड़कियों को पैसे का लालच दिया जाता था और उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर अंडाणु दान करने के लिए पात्र बता दिए जाते थे. मोटी रकम के बदले उनके अंडाणु शहर के मशहूर ‘इन विट्रो फर्टीलाइजेशन’ (आईवीएफ) सेंटर को दे दिए जाते थे.
एसएचओ निकिता सिंह ने बताया कि जैतपुरा इलाके की एक 17 साल की लड़की की मां ने महिला थाने में एक IVF सेंटर गैरकानूनी तरीके से जारी अंडाणु दान की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की. इस कार्रवाई में पुलिस ने सीमा देवी और उसके पति आशीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा, भेलूपुर थाने के खोजवां के रहने वाले अनीता देवी और सोनभद्र के अनमोल जयसवाल को भी अरेस्ट किया गया है.
शिकायत के मुताबिक, "लड़की को 30,000 रुपये देने का वादा किया गया था, लेकिन बाद में उसे सिर्फ साढ़े 11 हजार रुपये ही दिए गए. लड़की की मां ने यह भी इल्जाम लगाया कि उन्हें पूरी प्रक्रिया के बारे में अंधेरे में रखा गया. उन्होंने मांग की कि आईवीएफ सेंटर के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए".
पुलिस कमिश्नर ने कहा
काशी जोन के डिप्टी पुलिस कमिश्नर आर. एस. गौतम ( RS Gautam IPS) ने बताया कि मुल्जिम गरीब परिवारों की किशोरियों को बहला फुसलाकर IVF सेंटरों को अंडाणु दान करने के लिए मना लेते थे. इस मामले में आईवीएफ सेंटर के कुछ कर्मचारियों और डॉक्टरों की संलिप्तता भी सामने आई है और इनके खिलाफ भी पुलिस जल्द कार्रवाई शुरू करेगी".
सिर्फ यही लोग कर सकते हैं अंडाणु दान, जानें क्या हैं मानदंड
अंडाणु दान करने के मुकर्रर मानदंडों के मुताबिक, अंडाणु दान करने वाली की उम्र 23 साल से ज्यादा होनी चाहिए और साथी उसका विवाहित होना भी जरूरी है. एक सीनियर अफसर ने कहा कि एक महिला अपने पूरे जीवन में सिर्फ बार ही अंडाणु का दान कर सकती है.