न्यूरोलॉजिकल बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए ज्यादा गर्मी है खतरनाक.....

Md Amjad Shoab
May 21, 2024

प्रचंड गर्मी और लू
मुल्क के ज्यादातर हिस्सों में प्रचंड गर्मी और लू से लोग परेशान हैं. अब एक नई स्टडी के रिजल्ट ने लोगों की और टेंशन बढ़ा दी है.

नई स्टडी
इस नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि न्यूरोलॉजिकल बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए ज्यादा गर्मी खतरनाक हो सकती है.

द लैंसेट न्यूरोलॉजी के मुताबिक
"द लैंसेट न्यूरोलॉजी" नाम की एक जर्नल के रिसर्च में पता चला है कि जलवायु परिवर्तन से माइग्रेन और अल्जाइमर जैसी दिमागी बीमारियों से जूझ रहे लोगों पर ज्यादा गर्मी का बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

कारण
रिसर्च में पाया गया है कि बढ़ती गर्मी का सबसे बड़ा कराण जलवायु परिवर्तन है. यही वजह है कि तापमान में अचानक बदलाव दिमाग की बीमारियों से ग्रसित लोगों के ऊपर बुरा असर डालते हैं.

खतरा
यह रिसर्च 1968 से 2023 तक के 332 प्रकाशनों पर आधारित है. इस दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि 19 अलग-अलग परेशानियों के मरीजों की ज्यादा गर्मी या लू के दौरान स्ट्रोक आने से पैरालाइज होने और मृत्यु के मामलों में वृद्धि हुई है.

दिमागी बीमारी पर असर
शोधकर्ताओं ने पाया कि डिमेंशिया से ग्रस्त लोगों को भी बहुत ज़्यादा गर्मी या ठंड से ज्यादा खतरा होता है. साथ ही चिंता, डिप्रेशन और schizophrenia जैसी मानसिक बीमारियों पर भी असर पड़ता है.

डॉ. सी.एस. अग्रवाल
सर गंगा राम हॉस्पिटल के सीनियर डॉ. सी.एस. अग्रवाल ने कहा कि बढ़ती गर्मी दिमाग से जुड़ी कई बीमारियों में परेशानियां होने का खतरा ज्यादा होता है.

पर्यावरणविद्
जिस तरीके से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. अब इसमें कोई दो राय नहीं है की जलवायु परिवर्तन काफी तेजी से होता नजर आ रहा है. यही वजह है कि इस तरह की की परेशानियों का लोगों को सामना करना पड़ रहा है.

एनवायरनमेंट
शोधकर्ताओं ने माना है कि ज्यादा खराब हो रहा है और पूरी दुनिया में तापमान बढ़ रहा है. ऐसे गंभीर एनवायरनमेंट से जुड़ी समस्याओं के संपर्क में आने से दिमाग की बीमारियों में ज्यादा परेशानी हो सकती है.

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