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Grah Shanti Upay: ज्योतिष शास्त्र में राहु, केतु और शनि को क्रूर ग्रह माना गया है. अगर किसी जातक की कुंडली में ये ग्रह खराब स्थिति में होते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर साफ दिखाई देता है. शनि को कर्मफल दाता और न्याय के देवता के नाम से भी जाना जाता है. कहते हैं कि अगर शनि किसी से प्रसन्न होते हैं, तो वे उसके जीवन को खुशियों से भर देते हैं. वहीं शनि के कुंडली में अशुभ होने पर उसके जीवन में कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं. अगर शनि मंगल से पीड़ित है, तो इससे जातकों को दुर्घटना और कारावास जैसी परिस्थितियों से गुजरना पड़ सकता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर ये तीनों ग्रह ही व्यक्ति की कुंडली में अशुभ स्थिति में होते हैं, तो व्यक्ति को कठोर वाणी, जुआ, यात्राएं, चोरी, दुष्ट कर्म, त्वचा के रोग आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है. राहु पीड़ित होने पर व्यक्ति को नकारात्मक परिणाम का सामना करना पड़ता है. आकस्मिक धन की हानि होती है.
क्रूर ग्रहों से बचने के लिए करें ये उपाय
ज्योतिष शास्त्र में किसी भी ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कई तरह के उपायों का जिक्र किया गया है. इस दौरान कई मंत्र, उपाय और रत्न आदि का वर्णन भी मिलता है. इन्हें करने से काफी हद तक ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम या खत्म किया जा सकता है. आइए जानते हैं ऐसे ही एक उपाय के बारे में जिन्हें करने से राहु, केतु और शनि के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है.
करें ये महाउपाय
अगर किसी जातक की कुंडली में राहु, केतु और शनि अशुभ स्थिति में हैं और जीवन पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ रहा है, तो ऐसे में नियमित रूप से पहली रोटी गाय की और आखिरी रोटी कुत्ते की निकालें. पक्षियों को दाना दें. इससे तीनों ग्रह के दुष्प्रभाव कम होते हैं. घर में सुख, शांति और बरकत होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)