Lunar Eclipse: साल 2023 में दो सूर्य तो एक चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए इसका मानव जाति पर असर पड़ेगा. ऐसे में जानते हैं कि चंद्रग्रहण कब पड़ने वाला है और सूतक काल कब से लेकर कब तक रहेगा.
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Chandra Grahan 2023 Date: साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण 5 मई की रात 8 बजकर 45 मिनट से रात 1 बजे के आसपास तक रहेगा. जिसका कुल समय 4 घंटे 15 मिनट का है. इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं है, क्योंकि ये ग्रहण भारत से नहीं दिखेगा. साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा.
2023 में दो सूर्यग्रहण एवं एक चंद्रग्रहण पड़ेगा, किंतु सर्वाधिक प्रभाव चंद्रग्रहण का ही होने वाला है. इस वर्ष के दो सूर्यग्रहण 20 अप्रैल और 14 अक्टूबर को होंगे, किंतु यह भारत में कहीं भी नहीं दिखने वाले हैं, इसलिए इनका कोई बहुत बड़ा प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. इसके दूसरी ओर इस साल 28 अक्टूबर शनिवार को चंद्रग्रहण पड़ेगा. यह साल का पहला और आखिरी चंद्रग्रहण होगा और यह भारत में भी दिखेगा, इसलिए इस ग्रहण को लेकर बहुत सावधान रहने की जरूरत है.
अक्टूबर माह में पड़ने वाला चंद्रग्रहण खंडग्रास होगा, जो आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा को अश्विनी नक्षत्र में मेष राशि पर होगा. खंडग्रास के रूप में दिखने वाला यह चंद्रग्रहण भारत के अलावा पूरा एशिया, यूरोप, अफ्रीका, पश्चिम दक्षिण प्रशांत महासागर, अमेरिका का पूर्वी भाग, अटलांटिक महासागर और हिंद महासागर के क्षेत्र में दिखेगा. चंद्रास्त के समय ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर, रूस के पूर्वी क्षेत्र को स्पर्श करेगा. चंद्रोदय के समय ग्रहण का मोक्ष उत्तर एवं दक्षिण अटलांटिक महासागर, ब्राजील का पूर्वी भाग और कनाडा में दिखाई देगा. भारतीय मानक समय के अनुसार ग्रहण का स्पर्श मध्य रात्रि में 01:05 मिनट पर होगा, जबकि मोक्ष रात्रि 02:24 पर होगा.
सूतक
ज्योतिष मान्यता के अनुसार, किसी भी ग्रहण के कुछ समय पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है. सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है, जबकि चंद्र ग्रहण में नौ घंटे पहले सूतक शुरू हो जाता है. इस तरह चंद्रग्रहण में सूतक 28 अक्टूबर शनिवार को शाम को चार बजकर पांच मिनट पर लग जाएगा. इस अवधि में कुछ भी खाना-पीना या पूजा-पाठ वर्जित रहता है. मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं. वैसे तो यह नियम सभी के लिए है, किंतु बालक, वृद्ध, रोगी ग्रहण के चार घंटे पूर्व तक खा पी सकते हैं.