Adani Power Share: अमेरिकी शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने जब बीते साल अडानी की कंपनियों को लेकर निगेटिव रिपोर्ट जारी की थी, कंपनी के शेयर धराशायी हो गए. कंपनी के शेयर गिरकर आधे से भी कम वैल्यू पर पहुंच गए.
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Adani Power Share Price: अमेरिकी शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने जब बीते साल अडानी की कंपनियों को लेकर निगेटिव रिपोर्ट जारी की थी, कंपनी के शेयर धराशायी हो गए. कंपनी के शेयर गिरकर आधे से भी कम वैल्यू पर पहुंच गए. हिंडनबर्ग के हमले से जिस तरह से गौतम अडानी ने कंपनी को संभाला, किसी को उम्मीद नहीं थी कि अडानी समूह के शेयर इतनी तेजी से कमबैक कर लेंगे. अडानी का एक ऐसा ही शेयर इन दिनों गदर मचा रहा है. कंपनी के शेयर में लगातार अपर सर्किट लग रहे हैं. बीते चार कारोबारी दिनों में कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रहा है.
बात अडानी पावर के शेयरों (Adani Power) की हो रही है. बीते कुछ दिनों से इस शेयर ने जबरदस्त तेजी दिखाई है. बुधवार को शेयर 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गए. अडानी पावर के शेयर 4 फीसदी की तेजी से साथ चढ़कर 611.75 रुपये पर पहुंच गए. गुरुवार को भी इस शेयर में तेजी रही. अडानी पावर के शेयर आज 3.95% की तेजी के साथ 642.15 रुपये पर पहुंच गए. अडानी पावर के शेयर में लगातार अपर सर्किट लग रहे हैं. चार दिन में यह शेयर20 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है.
अडानी के शेयरों ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. कभी 26 रुपये का ये शेयर आज 642 रुपये के पार निकल चुका है. बता दें कि अप्रैल 2020 में अडानी के शेय़र 26 रुपये के करीब ट्रेड कर रहे थे. आज 4 अप्रैल 2024 को कंपनी के शेयर 642 रुपये के पार हो चुके हैं. अगर बीते चाल सालों का हाल देखें तो अडानी पावर के शेयर ने निवेशकों को मालामाल किया है. बीते एक महीने में अडानी पावर के शेयर ने निवेशकों को 14 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया तो वहीं छह महीनों में शेयर 74 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है. बीते चार सालों में शेयर ने1138 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 2.38 लाख करोड़ रुपये है
बाजार जानकारों की माने तो अडानी पावर के शेयर में अभी और तेजी की उम्मीद है. बता दें कि अडानी के थर्मल पावर प्लांट की बिजली उत्पादक क्षमता 13,650 मेगावॉट थर्मल है. कंपनी ने अगले पांच सालों में करीब 6 गीगावाट नई बिजली संपत्ति जोड़ने की योजना बनाई है. कंपनी के तिमाही के नतीजे बेहतर रहे हैं. जिसकी वजह से निवेशकों का कंपनी पर भरोसा बढ़ रहा है.