Indian Railway Fact: ट्रेन के इंजन का कितना होता है वजन और रेल में क्यों होती है ये वाली लाइट?
Advertisement
trendingNow11487973

Indian Railway Fact: ट्रेन के इंजन का कितना होता है वजन और रेल में क्यों होती है ये वाली लाइट?

Indian Railway Engine Weight: हम अक्सर देखते हैं कि आखिरी बोगी में जहां क्रॉस का निशान बना होता है. वहां नीचे एक लाइट भी होती है. आपने आखिरी बोगी पर LV के निशान वाला बोर्ड भी देखा होगा.

Indian Railway Fact: ट्रेन के इंजन का कितना होता है वजन और रेल में क्यों होती है ये वाली लाइट?

Indian Railway Cross Sign Meaning:  भारतीय रेलवे एशिया के बड़े रेलवे नेटवर्क के रूप में जाना जाता है, जो एक ही मैनेजमेंट के तहत चलाया जाता है, रेलवे के लिए हमारे देश में 1 लाख 15 हजार किलोमीटर ट्रैक हैं और लगभग 12617 ट्रेन रोजाना चलती हैं. देश के लगभग सभी लोगों ने ट्रेन से सफर किया होगा तभी तो लाखों पैसेंजर रोजाना ट्रेन में सफर करते हैं और हम यह भी जानते हैं कि आपने भी कभी ट्रेन में सफर किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रेन की आखिरी बोगी पर बने क्रॉस का मतलब क्या होता है, या ट्रेन के इंजन का वजन कितना होता है, या ट्रेन की पटरियों के बीच पत्थर क्यों होते हैं? अगर आपको यह सब नहीं पता तो कोई बात नहीं क्योंकि आज हम आपको ट्रेन से जुड़ी कुछ अनोखी बातें बताने जा रहे हैं.

जब भी आप किसी ट्रेन को देखते हैं तो उसकी सबसे आखिरी बोगी में एक क्रॉस (X) का निशान बना होता है. यह निशान ऐसा बनाया जाता है कि पूरी ट्रेन एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर पहुंच चुकी है या नहीं, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि सभी बोगियां आपस में जुड़ी होती हैं और हमने कई ऐसी घटनाओं के बारे में भी सुना है जिसमें बोगियां ट्रेन से अलग हो जाती हैं. इसका पता लगाने के लिए ट्रेन की आखिरी बोगी पर क्रॉस का निशान बना दिया जाता है ताकि अगर कोई बोगी ट्रेन से छूटी हो तो जिस रास्ते से ट्रेन आ रही थी, उस रास्ते से कोई ट्रेन न जाने पाए. ताकि दुर्घटना से बचा जा सके.

हम अक्सर देखते हैं कि आखिरी बोगी में जहां क्रॉस का निशान बना होता है, वहां नीचे एक लाइट भी होती है, यह लाइट इसलिए लगाई जाती है ताकि रात के समय जब अंधेरे के कारण क्रॉस दिखाई न दे. तो जलती हुई लाइट से यह पता लगाया जा सकता है कि ट्रेन का कोई डिब्बा ट्रेन से छूटा नहीं है और पूरी ट्रेन चल रही है, आपने आखिरी बोगी पर LV के निशान वाला बोर्ड भी देखा होगा, इस LV का मतलब आखिरी गाड़ी होता है, ये ट्रेन का आखिरी डिब्बा होता है. ये LV साइन भी इस बात का सबूत है कि ट्रेन पूरी चल रही है और कोई भी डिब्बा अलग नहीं हुआ है.

ट्रेन को चलाने की जिम्मेदारी इंजन की होती है क्योंकि पूरी ट्रेन इंजन की मदद से ही चलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रेन के इंजन का वजन कितना होता है. अगर आपको नहीं पता तो हम आपको बता दें कि ट्रेन के इंजन का वजन करीब एक लाख 96 हजार किलो होता है. अब आप अंदाजा लगा ही चुके होंगे कि इतनी लंबी और भारी ट्रेन इतने भारी इंजन से चलती है.

पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं

Trending news