SDM Success Story: पापा सिंचाई विभाग में करते हैं ट्यूबवेल ऑपरेटर की नौकरी, बेटा बन गया एसडीएम; पढ़िए पूरी कहानी
Advertisement
trendingNow11643819

SDM Success Story: पापा सिंचाई विभाग में करते हैं ट्यूबवेल ऑपरेटर की नौकरी, बेटा बन गया एसडीएम; पढ़िए पूरी कहानी

Success Story of SDM: हाल ही में यूपीपीएससी 2022 का रिजल्ट जारी हुआ है. इसमें टॉप 10 की लिस्ट में जगह बनाकर एसडीएम के पद पर सेलेक्ट होने वाले संदीप कुमार की कहानी बता रहे हैं.

SDM Success Story: पापा सिंचाई विभाग में करते हैं ट्यूबवेल ऑपरेटर की नौकरी, बेटा बन गया एसडीएम; पढ़िए पूरी कहानी

SDM Sandeep Kumar: पढ़ाई करने वाले हर बच्चे का सपना होता है कि वह बड़े होकर सरकारी अफसर बने. और बच्चे का घरवालों का भी यही सपना होता है कि उनके घर का बच्चा बड़ा सरकारी अफसर बने. हर माता पिता अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए पूरी कोशिश करते हैं. वह अपनी क्षमता से ज्यादा ही प्रयास करते हैं सिर्फ इस उम्मीद में कि उनके बच्चे का भविष्य संवर जाए.

हाल ही में यूपीपीएससी 2022 का रिजल्ट जारी हुआ है. इसमें टॉप 10 की लिस्ट में जगह बनाकर एसडीएम के पद पर सेलेक्ट होने वाले संदीप कुमार की कहानी बता रहे हैं कि उन्होंने कहां से पढ़ाई की और उनका फैमिली बैकग्राउंड क्या है?

मनकापुर क्षेत्र के हरनाटायर गांव निवासी संदीप कुमार तिवारी ने पीसीएस 2022 की परीक्षा में प्रदेश में दसवां स्थान हासिल किया है. उनके पिता शिव कुमार तिवारी सिंचाई विभाग में ट्यूबवेल ऑपरेटर पद पर काम कर रहे हैं. साल 2021 में उनका चयन एसीआर कोऑपरेटिव पद पर हुआ था. संदीप ने प्राथमिक शिक्षा स्थानीय सरस्वती ज्ञानमंदिर में हासिल की. 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करने अयोध्या के सरस्वती विद्या मंदिर चले गए.

मेरठ के आईएमटी इंजीनियरिंग कॉलेज से साल 2013 में कंप्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद पिता के मोटिवेशन पर सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गए. संदीप को पांचवें प्रयास में एसडीएम पद पर सफलता मिली है. परिवार में मां-पिता के अलावा दो भाई और चार बहनें हैं. संदीप ने अपनी सफलता का क्रेडिट विशेष तौर पर अपने माता-पिता को दिया.

कुल 364 कैंडिडेट्स पास
कुल सफल 364 कैंडिडेट्स में यूपी के 67 जिलों में से कुल 334 युवाओं ने सफलता प्राप्त करके अपने जिले का और अपने परिवार का नाम रोशन किया है. बाकी 30 कैंडिडेट्स अन्य राज्यों से ताल्लुक रखते हैं. मुख्य परीक्षा में कुल 1071 कैंडिडेट्स शामिल हुए थे. कुल 39 एसडीएम के पदों में से 19 लड़कियां एसडीएम बनेंगी. वहीं कुल 364 कैंडिडेट्स में 110 फीमेल कैंडिडेट्स ने सफलता हासिल की है.

नई नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत क्लिक करें

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे

Trending news