UGC ने कहा कि इन गाइडलाइन के तहत विश्वविद्यालय में संबंधित विभाग के फैकल्टी मेंबर्स की स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग, लैब उपकरण में बढ़ोतरी, लैब पर्सनल के लिए फंडिंग को कवर करना है.
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UGC Guidelines for Universities: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने यूनिवर्सिटीज से नेशनल टेक्सटाइल मिशन (एनटीटीएम) में हिस्सा लेने के लिए टेक्निकल टेक्सटाइल के फील्ड में करिकुलम डिवेलप करने को कहा है. आयोग ने शैक्षणिक संस्थानों को सार्वजनिक और निजी दोनों संस्थानों के लिए टेक्निकल टेक्सटाइल में सक्षम बनाने के लिए जनरल गाइडलाइन भी जारी किए हैं.
सरकार ने नेशनल टेक्सटाइल मिशन (NTTM) को लागू करने के लिए 2020-21 से 2023-24 की अवधि के लिए 1,480 करोड़ रुपये का वित्तीय सहायता आवंटित की. देश में सरकार ने टेक्निक टेक्सटाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, सरकार ने चार कंपोनेंट्स की घोषणा की - रिसर्च, इनोवेशन और डिवेलपमेंट, प्रमोशन और मार्केट डिवेलपमेंट, एक्सपोर्ट प्रमोशन एंड एजुकेशन ट्रेनिंग स्किल डिवेलपमेंट.
चौथे कंपोनेंट के तहत, कपड़ा मंत्रालय ने 'टेक्निकल टेक्सटाइल में शैक्षणिक संस्थानों को सक्षम करने के लिए-निजी और पब्लिक संस्थानों के लिए जनरल गाइडलाइन' लॉन्च किए.
यूजीसी ने कहा कि इन गाइडलाइन के तहत विश्वविद्यालय में संबंधित विभाग के फैकल्टी मेंबर्स की स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग, लैब उपकरण में बढ़ोतरी, लैब पर्सनल के लिए फंडिंग को कवर करना है. नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग वाले संस्थान 2 मार्च, 2023 तक ऑनलाइन शिक्षा आवेदन पोर्टल nttm.texmin.gov.in पर आवेदन कर सकेंगे.
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स), भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) और बाकी सभी यूनिवर्सिटीज जो इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, कृषि, मेडिकल, वास्तुकला, डिजाइन, फैशन टेक्नोलॉजी के सभी सार्वजनिक विश्वविद्यालय यूजीसी दिशानिर्देशों के तहत टेक्निकल टेक्सटाइस कोर्सेज के लिए आवेदन करने के पात्र हैं.
यूजीसी के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि टेक्निकल टेक्सटाइल कोर्सेज को ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम्स के कोर्सेज में शामिल किया जाएगा. मतलब यूजी और पीजी के स्टूडेंट्स को 1-2 क्रेडिट लेवल के शॉर्ट कोर्स ऑफर किए जाएंगे. इसने विश्वविद्यालयों को सेमिनार, वर्कशॉप, लेक्चर्स आदि आयोजित करने का भी निर्देश दिया.
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