Nitin Desai की मौत की खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया. आर्ट डायरेक्टर की मौत की वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है. इस बीच बॉडीगार्ड ने आखिरी पलों को लेकर बड़ा खुलासा किया है. बॉडीगार्ड ने बताया कि आखिर उस वक्त क्या हुआ था.
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Nitin Desai Suicide: 'हम दिल दे चुके सनम', 'लगान' और 'जोधा अकबर' जैसी कई फिल्मों के सेट डिजाइन करने वाले आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई ने (Nitin Desai) फांसी लगातार मौत को गले लगा लिया. नितिन महज 57 साल के थे. नितिन के इस शॉकिंग कदम के बाद सोशल मीडिया पर सेलिब्रिटी रिएक्ट कर रहे हैं. लेकिन ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर नितिन ने ऐसा क्यों किया और उनके आखिरी पल किस तरह से बीते. जानिए मौत से पहले आखिर नितिन देसाई का एक-एक मिनट कैसे बीता.
सुबह साढ़े 4 बजे दी जान
नितिन देसाई (Nitin Desai) ने अपने एनडी स्टूडियो में मंगलवार सुबह साढे़ चार बजे फांसी लगाकर जान दे दी. नितिन देसाई की मौत के पीछे का कारण आर्थिक तंगी बताया जा रहा है. जिसकी वजह से आर्ट डायरेक्टर ने परेशान होकर मौत को गले लगाने का फैसला किया.
कैसे हुआ मौत का खुलासा
पुलिस सूत्रों क मुताबिक नितिन देसाई ने देर रात करीबन 10 बजे सोमवार को अपने कमरे में चले गए थे. जब वो मंगलवार सुबह काफी देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं निकले तो बॉडीगार्ड और दूसरे लोगों ने दरवाजा खटखटाया. जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो शक हुआ. इसके बाद खिड़की से देखा तो पता चला कि नितिन का शव पंखे से लटका हुआ मिला. इसके बाद पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी गई और शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
बेहद खास है नितिन का स्टूडियो
नितिन देसाई ने जिस एनडी स्टूडियो में पंखे से लटककर अपनी जान दी वो कई मायनों में खास है. नितिन का ये स्टूडियो 52 एकड़ में फैला हुआ है जिसकी स्थापना 2005 में उन्होंने ने की थी. इस स्टूडियो में इनडोर और आउटडोर दोनों की शूटिंग हो सकती थी.
कई बार मिला नेशनल अवॉर्ड
नितिन देसाई को अपने काम की वजह से 4 बार नेशनल अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. ये चार फिल्में हैं 'डां बाबा साहेब अंबेडकर', 'हम दिल दे चुके सनम', 'लगान' और 'देवदास'.