पूर्व PM पीवी नरसिम्हा के अधजले शव को नोच रहे थे आवारा कुत्ते? कांग्रेस ने कार्यालय में रखने नहीं दिया पार्थिव शरीर, जानें पूरा सच
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पूर्व PM पीवी नरसिम्हा के अधजले शव को नोच रहे थे आवारा कुत्ते? कांग्रेस ने कार्यालय में रखने नहीं दिया पार्थिव शरीर, जानें पूरा सच

How Congress Humiliated Narasimha Rao Dead Body: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह अपनी अंतिम यात्रा पर निकल चुके हैं. लेकिन देश में अंतिम संस्कार को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. अब इस मामले में बीजेपी ने पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस को घेरा है. जिसमें कहा गया कि देश के पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय के अंदर आम कार्यकर्ताओं के लिए श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दी गई. तो आइए जानते हैं पूरी सच्चाई. आखिर कांग्रेस ने कैसे किया था पूर्व पीएम नरसिम्हा राव का अंतिम संस्कार.

 

पूर्व PM पीवी नरसिम्हा के अधजले शव को नोच रहे थे आवारा कुत्ते? कांग्रेस ने कार्यालय में रखने नहीं दिया पार्थिव शरीर, जानें पूरा सच

BJP vs Congress over Manmohan Singh memorial: डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को निशाने पर ले रही है. इस बीच राहुल गांधी ने शुक्रवार (27 दिसंबर, 2024) को मोदी सरकार पर मनमोहन सिंह के अपमान का आरोप लगाया. इन आरोपों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को बताया कि केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करने का निर्णय किया है और उनके परिवार को इस बारे में जानकारी भी दी है. इसके साथ ही भाजपा नेता ने कांग्रेस पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर ‘घटिया राजनीति’ करने का आरोप लगाया.

कांग्रेस का आरोप बीजेपी ने किया पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अपमान
नड्डा की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर देश के पहले सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए कोई यथोचित स्थान नहीं देने का आरोप लगाया है, जहां बाद में उनका स्मारक बनाया जा सकता था. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार ने मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर ‘भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री’ का सरासर अपमान किया है.

कांग्रेस घटिया राजनीति कर रही: नड्डा
नड्डा ने कहा, ‘‘राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस के अन्य नेताओं को इस तरह की घटिया राजनीति से बाज आना चाहिए.’’ भाजपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सोनिया गांधी को सिंह के ऊपर ‘‘सुपर प्राइम मिनिस्टर’’ बनाकर प्रधानमंत्री के पद को ‘‘कलंकित और अपमानित’’ किया. उन्होंने कहा, ‘‘ इतना ही नहीं, जिस तरह से राहुल गांधी ने अध्यादेश फाड़कर मनमोहन सिंह का अपमान किया, उसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं है.’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘वही कांग्रेस आज मनमोहन सिंह की मौत पर राजनीति कर रही है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने अपने अलावा किसी को सम्मान नहीं दिया.

कांग्रेस ने पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के शव का किया अपमान: नड्डा
नड्डा ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने सिंह या किसी भी नेता के साथ न्याय नहीं किया फिर चाहे वे कांग्रेस से हों या अन्य दलों से. उन्होंने बीआर आंबेडकर, भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, पूर्व प्रधानमंत्रियों लाल बहादुर शास्त्री, पीवी नरसिम्हा राव और अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और सीताराम केसरी का उदाहरण दिया. भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘ गांधी परिवार ने हमेशा सभी अन्य बड़े नेताओं (परिवार के सदस्यों के अलावा) का अपमान किया है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी ने राव का स्मारक बनाने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था. नड्डा ने कहा, ‘‘ उनके (राव के) पार्थिव शरीर को कांग्रेस कार्यालय में रखने की जगह तक नहीं दी गई. कांग्रेस नहीं चाहती थी कि उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में हो. उनका अंतिम संस्कार हैदराबाद में किया गया. यह मोदी ही थे जिन्होंने 2015 में राव का स्मारक बनवाया और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया.’’

किताब में क्या है दावा? कांग्रेस ने क्या सच में पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर का किया अपमान?

10 फरवरी 2024 इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, नरसिम्हा राव के निधन के बाद, उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय के अंदर आम कार्यकर्ताओं के लिए श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दी गई. विनय सीतापति की पुस्तक हाफ लॉयन: हाउ पी वी नरसिम्हा राव ट्रांसफॉर्म्ड इंडिया के अनुसार, राव की मृत्यु के एक दिन बाद यानी 24 दिसंबर, 2004 को सुबह 10 बजे फूलों से सजी सेना की गाड़ी, उनके पार्थिव शरीर को लेकर दिल्ली के मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित उनके घर से हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई.

30 मिनट नरसिम्हा राव शव कार्यालाय के बाहर वाहन में रखा रहा
सेना की गाड़ी को 24 अकबर रोड पर रुकना था - जो कांग्रेस पार्टी का मुख्यालय है. सीतापति ने लिखा, "पूर्व कांग्रेस अध्यक्षों के पार्थिव शरीर को पार्टी मुख्यालय के अंदर ले जाना प्रथागत था, ताकि आम कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें." हालांकि, जब जुलूस मुख्यालय पहुंचा, तो गेट खुला नहीं था. राव के एक मित्र ने एक कांग्रेसी से गेट के बारे में पूछा और उन्हें बताया गया, "हमें उम्मीद थी कि गेट खोला जाएगा... लेकिन कोई आदेश नहीं आया. केवल एक व्यक्ति ही वह आदेश दे सकता था." उन्होंने आगे कहा, "उसने आदेश नहीं दिया," सीतापति ने उल्लेख किया कि सेना की गाड़ी मुख्यालय के बाहर लगभग 30 मिनट तक रुकी और फिर हवाई अड्डे की ओर बढ़ गई. राव के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए हैदराबाद ले जाया गया, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी जैसे नेता शामिल हुए. हालांकि, उस समय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी वहां मौजूद नहीं थीं.

लावारिश पड़ी थी लाश
किताब में
सीतापति ने लिखा, विशेष रूप से, “उस रात, टेलीविजन चैनलों ने आधे जले हुए शरीर (राव का) के दृश्य दिखाए, खोपड़ी अभी भी दिखाई दे रही थी, जो लावारिस पड़ा था. आवारा कुत्ते अंतिम संस्कार की चिता के चारों तरफ घूम रहे थे.

कांग्रेस ने जिंदा जीते मनमोहन सिंह का नहीं किया सम्मान:नड्डा
मनमोहन सिंह के स्मारक पर उठे विवाद पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पूर्व प्रधानमंत्री के दुखद निधन पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की ऐसी ओछी सोच की जितनी भी निंदा की जाए, कम है. कांग्रेस, जिसने मनमोहन सिंह को उनके जीवित रहते कभी वास्तविक सम्मान नहीं दिया, अब उनके सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है.’’ नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित की है और उनके परिवार को इसके बारे में सूचित भी किया है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इसके बावजूद कांग्रेस झूठ फैला रही है.’’

कांग्रेस ने प्रणव मुखर्जी की शोकसभा तक नहीं बुलाई
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ वाजपेयी जी के निधन के बाद भी कांग्रेस नेता और उनके समर्थक उनका अपमान करते रहे. 2020 में जब भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का निधन हुआ तो कांग्रेस कार्यसमिति ने शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई.’’

कांग्रेस ने 2013 में कहा था कि किसी नेता का नहीं होगा स्मारक
नड्डा ने कहा, ‘‘ 2013 में कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रीय स्मारक बनाने का फैसला किया था और कहा था कि किसी भी नेता के लिए अलग से स्मारक नहीं होगा. यह प्रधानमंत्री मोदी ही थे जिन्होंने प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय का निर्माण कराया ताकि देश के लोग उनके बारे में गहराई से जान सकें और उन्हें याद रखें.’’ भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘...कांग्रेस ने केवल अपने परिवार के सदस्यों के लिए स्मारक बनवाए हैं.’’ साथ ही उन्होंने पार्टी से कहा कि वह मोदी से सम्मान देना सीखे.’’

600 सरकारी योजना नाम नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों के नाम पर रखे गए
नड्डा ने कहा कि एक अनुमान के अनुसार, कांग्रेस सरकारों द्वारा देश में लगभग 600 सरकारी योजनाओं, शैक्षणिक संस्थानों, पुरस्कारों, सड़कों, राष्ट्रीय उद्यानों, संग्रहालयों, हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भवनों के नाम नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों के नाम पर रखे गए थे. उन्होंने कहा, ‘‘अन्य हस्तियों के नाम पर योजनाओं की संख्या उंगलियों पर गिनी जा सकती है. हमारा देश सिद्धांतहीन कांग्रेस के पापों को न तो भूलेगा और न ही माफ करेगा.’’ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक मना रहा है उन्होंने ऐसे समय में अपने राजनीतिक एजेंडे को बढ़ाना जरूरी समझा. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, "क्या यह पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान नहीं है? उनके शोकाकुल परिवार की भावनाओं का मजाक क्यों उड़ाया जा रहा है?’ इनपुट भाषा से भी

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