टेलीविजन की जानी-मानी अभिनेत्री हिना खान ने हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर स्टेज-3 से डायग्नोस होने का चौंकाने वाला खुलासा किया है. हिना खान के इस खुलासे के बाद से ब्रेस्ट कैंसर एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है.
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Breast cancer symptoms in hindi: टेलीविजन की जानी-मानी अभिनेत्री हिना खान ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ब्रेस्ट कैंसर स्टेज-3 से डायग्नोस होने का चौंकाने वाला खुलासा किया है. हिना खान के इस खुलासे के बाद से ब्रेस्ट कैंसर एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है. ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला एक आम कैंसर है, लेकिन अगर इसका जल्दी पता चल जाए तो इसका सफल इलाज किया जा सकता है. इसलिए जरूरी है कि महिलाएं अपने ब्रेस्टों में होने वाले किसी भी तरह के बदलावों के प्रति सतर्क रहें और शुरुआती लक्षणों को पहचानना सीखें.
ब्रेस्ट कैंसर में ब्रेस्ट की सेल्स में असामान्य वृद्धि होती है. यह गांठ के रूप में महसूस हो सकती है, लेकिन कई बार गांठ के अलावा भी कई तरह के लक्षण हो सकते हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है. आइए जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों के बारे में जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
ब्रेस्ट के आकार या साइज में बदलाव
अगर आपके एक ब्रेस्ट का आकार या आकृति दूसरे ब्रेस्ट से अचानक असमान दिखने लगे तो यह ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है.
ब्रेस्ट की स्किन में बदलाव
ब्रेस्ट की स्किन में लाली, डिंपल जैसा गड्ढा होना, या संतरे के छिलके जैसी सतह बन जाना भी ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है.
निप्पल में बदलाव
निप्पल का अंदर की ओर धंस जाना, आकार में बदलाव होना या निप्पल से खून या किसी तरह का तरल पदार्थ निकलना ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
एक्स्ट्रा निप्पल या निप्पल के आसपास गांठ
कभी-कभी ब्रेस्ट के आसपास या निप्पल पर भी छोटी गांठें महसूस हो सकती हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है.
कांख में गांठ
ब्रेस्ट के आसपास या कांख में भी गांठ महसूस हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
यह ध्यान रखना जरूरी है कि ऊपर बताए गए सभी लक्षण ब्रेस्ट कैंसर के ही नहीं, बल्कि अन्य समस्याओं के भी हो सकते हैं. लेकिन अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. जल्दी जांच और इलाज से ब्रेस्ट कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है.
कुछ महत्वपूर्ण बातें
* 20 से 30 साल की उम्र की महिलाओं को भी अपने ब्रेस्टों की खुद जांच हर महीने करनी चाहिए.
* 40 साल से ऊपर की महिलाओं को हर 1-2 साल में मैमोग्राम करवाना चाहिए.
* हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, बैलेंस डाइट लें और नियमित व्यायाम करें.
* परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर रहा है तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक रहना और शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है. अगर आप सतर्क रहेंगी और समय पर डॉक्टरी सलाह लेंगी तो ब्रेस्ट कैंसर को मात देना संभव है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.