Yoga for stress: नियमित योग अभ्यास शरीर की विश्राम प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है. इससे शारीरिक परिवर्तन होते हैं, जो पुराने तनाव के प्रभावों का मुकाबला करते हैं.
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Stress relief: योग तनाव को कम करने के लिए एक प्रभावी तरीका है. यह मन और शरीर दोनों में संतुलन बहाल करने में मदद करता है. योग में सांस को कंट्रोल करने, सचेतन गति करने और विश्राम तकनीकों का उपयोग करने के कॉम्बिनेशन से तनाव हार्मोन के उत्पादन को कम करने और दिमाग को शांत रखने में मदद मिलती है. नियमित योग अभ्यास शरीर की विश्राम प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है. इससे शारीरिक परिवर्तन होते हैं, जो पुराने तनाव के प्रभावों का मुकाबला करते हैं. गहरी सांस लेने के व्यायाम (जैसे प्राणायाम) ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाते हैं, तंत्रिका तंत्र को शांत करते हैं और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देते हैं.
अवियोग से योग एन्थूजियास्ट विद्या झा ने बताया कि चाइल्ड पोज (बालासन) और कॉर्प्स पोज (शवासन) तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. योग के विशेषता यह है कि इसमें कोमल स्ट्रेचिंग और विभिन्न पोज होते हैं, जो शरीर के प्राकृतिक मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और यह एंडोर्फिन जैसे सुखद हार्मोन को फ्री करते हैं. इसके अलावा, योग करते समय ध्यान लगाने की आदत बनती है, जिससे व्यक्ति की चुनौतियों का सही तरीके से सामना करने की क्षमता बढ़ती है. यह ध्यान शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है और स्वास्थ्य सहायक तंत्रिकाओं को बढ़ावा देता है.
कैसे करते हैं ये दोनों योग
बालासन: इस योग को करने लिए नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें
- अपनी योगा मैट पर घुटनों पर बैठें.
- अपने पैरों को पीछे की ओर सीधा करें.
- अपने हाथों को अपने पैरों के सामने फर्श पर रखें, हथेलियां नीचे की ओर.
- धीरे-धीरे अपने हाथों पर अपनी वजन डालें और आगे की ओर झुकें.
- अपने सिर को फर्श पर रखें और अपनी पीठ को सीधा रखें.
- अपनी सांस को धीरे-धीरे और गहराई से सांस लें.
- इस मुद्रा में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें.
शवासन: इस योग को करने लिए नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें
- एक आरामदायक स्थान पर लेट जाएं.
- अपने पैरों को सीधा रखें या अपने घुटनों को मोड़ें और पैरों को फर्श पर सपाट रखें.
- अपने हाथों को अपने शरीर के बगल में रखें, हथेलियां ऊपर की ओर.
- अपनी आंखें बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें.
- धीरे-धीरे और गहराई से सांस लें.
- अपनी सांस को महसूस करें क्योंकि यह आपके शरीर में प्रवेश करती है और बाहर निकलती है.
- यदि आपके मन में कोई विचार आते हैं, तो उन्हें धीरे से जाने दें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें.
- इस मुद्रा में 5 से 10 मिनट तक रहें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.