बिहार के जहानाबाद में मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आ रही है. यहां एक मां ने ही अपने नवजात शिशु को गांव की गली में मरने के लिए फेंक दिया. दिल को झकझोर देने वाली घटना घोसी थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव से सामने आ रही है.
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जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद में मानवता को शर्मशार करने वाली घटना सामने आ रही है. यहां एक मां ने ही अपने नवजात शिशु को गांव की गली में मरने के लिए फेंक दिया. दिल को झकझोर देने वाली घटना घोसी थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव से सामने आ रही है. गली में शिशु मिलने की खबर गांव और आसपास के इलाकों में फैल गई. मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई.
रात्रि में मिली नवजात बच्ची
वार्ड सदस्य देवेंद्र कुमार ने बताया कि मैं रात्रि को गली से अपने घर जा रहा था. तभी एक बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी. मैंने जब पास जाकर देखा तो वहां एक नवजात बच्ची पड़ी हुई है. उसको उठाकर मैं अपने घर ले गया और इसकी सूचना घोसी पीएचसी के प्रभारी को दी. प्रभारी द्वारा एंबुलेंस भेज कर बच्चे को घोसी पीएचसी बुलाया गया और एएनएम के देखरेख में उसे रखा गया है. वार्ड सदस्य ने आगे बताया कि शिशु गांव की गली में रो रहा था. यदि समय से नवजात को नहीं उठाते तो कुत्ते उसे नोच सकते थे.
स्थानीय महिलाओं ने दिया मानवता का परिचय
वहीं स्थानीय महिलाओं का कहना है कि जिसने भी नवजात शिशु को गली में फेंका है. उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं घोसी पीएचसी में पदस्थापित एएनएम सोनी कुमारी समेत कई लोग बच्ची को अपनाना चाहती है. इस बच्ची को अपनाने के लिए कई लोग मानवता का परिचय देते हुए अपने-अपने हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. जिससे प्रतीत होता है कि मानवता अभी जिंदा हैं. लेकिन हैरत की बात यह है जिस मां इस बच्ची को जन्म दिया उसने गली के बीच चौराहे पर फेंक कर मानवता को शर्मसार किया है.
वहीं दूसरी ओर इस बच्ची को अपनाने के लिए कई लोग प्रयास कर रहे हैं. वार्ड सदस्य का कहना है कि इस बच्ची को बीच गली में फेंकने का कारण नाजायज औलाद है. इसी के कारण इस बच्ची को लोगों ने गली में फेंक दिया. इस घटना के बाद से पूरे गांव में बच्ची चर्चा का विषय बनी हुई है.
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