How Much Screen Time Is Too Much for Adults: जानें व्यस्कों के लिए कितना होना चाहिए स्क्रीन टाइम, अधिक इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
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How Much Screen Time Is Too Much for Adults: जानें व्यस्कों के लिए कितना होना चाहिए स्क्रीन टाइम, अधिक इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

How Much Screen Time Is Too Much for Adults: सामान्य तौर पर /अधिक समय तक लैपटॉप, कम्पयूटर और मौबाइल का इस्तेमाल करना बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि व्यस्कों के लिए भी हानिकारक हो सकता है. 

How Much Screen Time Is Too Much for Adults: जाने व्यस्कों के लिए कितना होना चाहिए स्क्रीन टाइम, अधिक इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

How Much Screen Time Is Too Much for Adults:सामान्य तौर पर लोग छोटे बच्चों को अधिक समय तक टीवी देखने और स्मार्टफोन पर गेम खेलने की अनुमति नहीं देते हैं. ऐसा माना जाता है कि अधिक समय तक स्क्रीन पर समय बिताना हेल्थ के लिए हानिकारक है. बच्चों को कितना स्क्रीन समय देना चाहिए, इस पर स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं, लेकिन वयस्कों के लिए कितना स्क्रीन समय स्वस्थ होगा, इसको लेकर ज्यादा जानकारी नहीं हैं. ऐसे में आइए जानते है कि वयस्कों के लिए स्क्रीन टाइम कितना होना चाहिए.

व्यस्कों के लिए स्क्रीन की समय सीमा
वयस्कों के लिए स्क्रीन समय के लिए घंटों की कोई सीमा नहीं है. लेकिन, यह स्पष्ट है कि अधिक समय तक कम्प्यूटर औऱ मोबाइल का उपयोग करना आपके हेल्थ पर असर डाल सकता है. उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो कई अध्ययनों में पाया गया है कि प्रतिदिन छह घंटे या उससे अधिक समय स्क्रीन देखने में बिताने वालों में डिप्रेशन का खतरा अधिक था और इस अध्ययन में पाया गया कि सोशल मीडिया के उपयोग को प्रतिदिन 30 मिनट तक सीमित करने से हेल्थ में सुधार आता है.

अधिक स्क्रीन का उपयोग से स्वास्थ्य पर प्रभाव 
तकनीकी विकास के कारण कई लोग अधिक समय तक मोबाइल फोन, टीवी तथा कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हैं, इससे कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं होने होने लगती हैं.

अनिद्रा और नींद का खराब होना
स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी आपके मस्तिष्क को जागते रहने के लिए संकेत देती है, इससे नींद में कमी होने लगती है. 

आंखों का तनाव और सिरदर्द 
स्क्रीन पर बहुत अधिक समय बिताने से आपकी आंखों में थकान या परेशानी के साथ-साथ आंखों की रोशनी कम हो सकती है. स्क्रीन पर चमक और डिस्प्ले की चमक आपकी आंखों पर और दबाव डाल सकती है. यह तनाव सिरदर्द का कारण बन सकता है.

गर्दन, कंधे और पीठ में दर्द 
अगर आप घंटों डेस्क पर बैठकर टाइप करते हैं या अधिक समय तक फोन पकड़कर नीचे देखते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. ऐसा करने से गर्दन, कंधों और पीठ पर दबाव पड़ता है और इससे पीठ और कंधों में दर्द की समस्या होने लगती है.

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