झारखंड के युवाओं के साथ हेमंत सरकार, प्रोफेशनल ट्रेनिंग करने वाले 238 छात्रों को सौंपा नियुक्ति पत्र
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झारखंड के युवाओं के साथ हेमंत सरकार, प्रोफेशनल ट्रेनिंग करने वाले 238 छात्रों को सौंपा नियुक्ति पत्र

हेमंत सोरेन ने प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को स्वरोजगार करने का भी सुझाव देते हुए कहा कि सरकार की ओर से 25 लाख रुपये तक के लोन में सब्सिडी दी जाएगी. उन्होंने कहा की जो युवा खुद का रोजगार करना चाहते हैं, वह राज्य सरकार के लोन का लाभ ले सकते हैं.

सीएम ने 238 छात्रों को सौंपा नियुक्ति पत्र. (तस्वीर साभार-@HemantSorenJMM)

Ranchi: झारखंड सरकार राज्य के युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर मुहैया कराने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री चंपई सोरेन मंत्री ने कल्याण गुरुकुल खूंटी और जमशेदपुर के 238 छात्रों को नियुक्ति पत्र सौंपा.

  1. युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की कोशिश: हेमंत सोरेन
  2. 238 छात्रों को मिला नियुक्ति पत्र

238 छात्रों को सौंपा गया नियुक्ति पत्र
दरअसल, महामारी के बीच झारखंड सरकार राज्य के बेरोजगार युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जोड़ने में लगी हुई है. इसी के तहत रांची में झारखंड मंत्रालय के सभागार में खूंटी और जमशेदपुर के कल्याण गुरुकुल के 238 छात्रों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया. इनमें अनुसूचित जाति के 7, अनुसूचित जनजाति के 174 और अन्य पिछड़े वर्ग के 51 छात्र शामिल हैं.

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रोजगार उपलब्ध कराने पर सरकार का फोकस
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा की राज्य सरकार का फोकस रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना है. इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हुए 25 लाख रुपये तक के लोन में सब्सिडी देने की भी घोषणा की.

'ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने की कोशिश'
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार युवाओं को तराश कर रोजगार के रास्ते खोलने में लगी है. सरकार बनने के बाद कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण से सामना हुआ. ऐसी आपदा गरीब राज्य और गरीबों के लिये पीड़ादायक रही. आपदा में भी राज्य सरकार ने लोगों को रोजगार दिया और साथ ही ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने की कोशिश भी की.

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'15000 से अधिक बच्चे को बाहर भेजा गया'
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो महिला हंडिया-दारु बेच रही थी, उनको रोजगार से जोड़ रहे हैं. लगभग 960 बच्ची को ANM का ट्रेनिंग कर नर्स बनाने का काम किया. पुरुष भी नर्स का काम कर सकते हैं, उसकी ट्रेनिंग ले सकते हैं. लगभग 15000 से अधिक बच्चे को ट्रेनिंग देकर बाहर भेजा जा रहा है. राज्य के नौजवान को ट्रेनिंग के बाद बेहतर से बेहतर नौकरी में जगह मिल रही है. सरकार ने पहली बार 100 से अधिक खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति की.

रोजगार के लिए 25 लाख तक लोन की सुविधा
हेमंत सोरेन ने प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को स्वरोजगार करने का भी सुझाव देते हुए कहा कि सरकार की ओर से 25 लाख रुपये तक के लोन में सब्सिडी दी जाएगी. उन्होंने कहा की जो युवा खुद का रोजगार करना चाहते हैं, वह राज्य सरकार के लोन का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए 25 लाख रुपये तक के लोन का प्रावधान किया जा रहा है.

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इन कंपनियों में मिली नौकरी
जिन छात्रों को नियुक्ति पत्र दिया गया, उन सभी को राज्य सरकार के SPV यानि स्पेशल पर्पस व्हीकल- प्रेझा फाउंडेशन से निर्माण और इलेक्ट्रिशियन व्यापार में तीन महीने का प्रशिक्षण खूंटी और जमशेदपुर कल्याण गुरुकुल सेंटर में मिला है. प्रशिक्षण के बाद इन्हें औसत 15,675 रुपये CTC के साथ शापूरजी पालोनजी, जेएमसी कंस्ट्रक्शन, एफकॉन्स, एल एंड टी, गोदरेज, वोल्टास जैसी कंपनियों में नौकरी मिली है.

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बता दें की राज्य में नौ कौशल कॉलेज और 28 कल्याण गुरुकुल ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं. जिनके जरिये अब तक 15 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा गया है. इनमें 70 प्रतिशत युवा अनुसूचित जाति और जनजाति के हैं, और जिन्हें सरकार रोजगार के अवसर मुहैया करा रही है.

(इनपुट: अभिषेक भगत)

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