BJP ने फिर दिया नीतीश कुमार को झटका, दमन दीव में JDU की पूरी प्रदेश कमेटी का भाजपा में विलय
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1349494

BJP ने फिर दिया नीतीश कुमार को झटका, दमन दीव में JDU की पूरी प्रदेश कमेटी का भाजपा में विलय

NDA से अलग होने के बाद जहां नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा उनके खेमे में सेंध लगाने से नहीं चुक रही है. इसी कड़ी में भाजपा ने JDU को एक जोर का झटका  दिया है. बीजेपी ने दमन और दीव की जदयू कमेटी का भाजपा में विलय करा लिया.

 (फाइल फोटो)

Patna: NDA से अलग होने के बाद जहां नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा उनके खेमे में सेंध लगाने से नहीं चुक रही है. इसी कड़ी में भाजपा ने JDU को एक जोर का झटका  दिया है. बीजेपी ने दमन और दीव की जदयू कमेटी का भाजपा में विलय करा लिया. यहां जिला पंचायत के 17 में से 15 सदस्य बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उनकी पूरी प्रदेश कमेटी ही भाजपा में शामिल हो गई. बता दें कि इससे पहले मणिपुर और अरुणाचल में भी JDU के विधायक बीजेपी से जुड़ गए थे. 

बीजेपी ने जारी किया बयान 

बीजेपी में शामिल हुए सदस्यों को लेकर भाजपा प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि वो नीतीश कुमार के बीजेपी से अलग होने और वंशवादी पार्टी के साथ हाथ मिलाने से नाराज थे. उन्होंने आगे कहा कि बिहार में RJD और JDU के साथ आने के बाद वहां विकास की गति रुक गई है.

इससे पहले  मणिपुर में भी कुछ ऐसे ही हालात देखने को मिले थे. यहां JDU के पांच विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.  भाजपा में शामिल होने वाले पांच विधायक खुमुक्कम जॉयकिसन सिंह (थांगमेईबंद), नगुरसंगलुर सनाटे (टिपईमुख), मोहम्मद अचब उद्दीन (जिरीबाम), थंगजाम अरुणकुमार (वांगखेई) और एलएम खौटे (चुराचंदपुर) हैं.

मणिपुर में बीजेपी हुई मजबूत 

फरवरी-मार्च विधानसभा चुनाव में, जेडीयू ने 60 सदस्यीय विधानसभा में छह सीटें जीती थीं और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को अपना समर्थन दिया था. भाजपा में शामिल नहीं होने वाले छठे विधायक मोहम्मद नासिर हैं, जो लिलोंग विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे.जेडीयू के 5 विधायकों के विलय से भाजपा की ताकत बढ़कर 37 हो गई है. विपक्षी कांग्रेस ने जदयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने के फैसले की आलोचना की है.

 

Trending news