Chinese App Ban: मोबाइल से आज ही डिलीट करेंये ऐप्स! नहीं तो अकाउंट से गायब हो जाएंगे पैसे
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Chinese App Ban: मोबाइल से आज ही डिलीट करेंये ऐप्स! नहीं तो अकाउंट से गायब हो जाएंगे पैसे

Chinese App Ban: मोदी सरकार ने एक बार फिर से चीन (China) पर डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक किया है. भारत सरकार ने 200 से ज्यादा चीनी मोबाइल ऐप बैन करने का फासला लिया है. ये जानकारी गृह मंत्रालय ने दी है.

Chinese App Ban: मोबाइल से आज ही डिलीट करेंये ऐप्स! नहीं तो अकाउंट से गायब हो जाएंगे पैसे

पटना:Chinese App Ban: मोदी सरकार ने एक बार फिर से चीन (China) पर डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक किया है. भारत सरकार ने 200 से ज्यादा चीनी मोबाइल ऐप बैन करने का फासला लिया है. ये जानकारी गृह मंत्रालय ने दी है. गृह मंत्रालय ने कहा कि सट्‌टा लगाने वाले 138 ऐप्स और लोन देने वाली 94 ऐप्स को इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने बैन और ब्लॉक करने की प्रकिया शुरू कर दी है. यह फैसला इन ऐप्स का चीनी कनेक्शन सामने आने के बाद लिया गया है.

200 से ज्यादा चीनी मोबाइल ऐप्स बैन 
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने गृह मंत्रालय के आदेश पर तत्काल और आपातकालीन आधार पर चीनी लिंक वाले 138 सट्टेबाजी ऐप्स और 94 ऋण देने वाले ऐप्स को ब्लॉक और प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय से इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इस हफ्ते इन ऐप्स को ब्लॉक करने के बारे में सूचना प्राप्त हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, छह महीने पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 288 चीनी ऐप्स का विश्लेषण शुरू किया था. जिसमें कहा गया कि ई-स्टोर पर 94 ऐप उपलब्ध हैं और अन्य तीसरे पक्ष के लिंक (Third Party Links) के माध्यम से काम करते हैं. विश्लेषण करने के बाद ये सामने आया कि भारतीय नागरिकों के निजी डेटा तक ये ऐप्स आसानी से पहुंच सकते थे.

डाटा चोरी और जासूसी का खतरा
सूत्रों के मुताबिक, ये ऐप्स कर्ज की लालच में लोगों को बड़े पैमाने पर फंसाने की कोशिश करते हैं. भारतीय नागरिकों के डेटा के लिए इन ऐप्स का सुरक्षा जोखिम पैदा करने के अलावा प्रचार के उपकरण और जासूसी के रूप में भी दुरुपयोग किया जा सकता है. मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय से उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा जैसे राज्यों के साथ-साथ केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी इन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था. इनमें से लगभग सभी ऐप चीनी नागरिकों के दिमाग की उपज थे जिन्होंने भारतीयों को अपनी कंपनी में काम पर रखा. 

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