Bihar News: बिहार पुलिस मुख्यालय के नियमित प्रेस वार्ता में एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि कुल 8 आईपीएस को व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए बिहार कैडर आवंटित किया गया है. पुलिस अकादमी हैदराबाद से ट्रेनिंग पूरी कर व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए बिहार आवंटित किया गया है.
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पटनाः बिहार पुलिस मुख्यालय के नियमित प्रेस वार्ता में एडीजी जेएस गंगवार ने बताया कि कुल 8 आईपीएस को व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए बिहार कैडर आवंटित किया गया है. पुलिस अकादमी हैदराबाद से ट्रेनिंग पूरी कर व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए बिहार आवंटित किया गया है. आज से उनकी ट्रेनिंग शुरू हो रही है. पुलिस अकादमी की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जिला ट्रेनिंग कर रहे हैं.
शराबबंदी को लेकर बिहार पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और इसमें जो महत्वपूर्ण आंकड़े हैं. इसमें गिरफ्तारी शराब की जाती है. 2022 की तुलना में 2023 में 25% कम कांड अंकित किए गए हैं. 2022 में 96157 एफआईआर की गई थी. जबकि 2023 में केवल 72000 मामले दर्ज किए गए हैं. इस प्रकार 2023 में 25% कम कांड दर्ज किए गए हैं. 2022 की तुलना में 2023 में 16 फीसदी कम गिरफ्तारी हुई है.
2023 में 19 फीसदी अधिक शराब की बरामद की गई है. इसका सीधा अर्थ यह है कि 2023 में हमने जो फोकस रखा था कि शराब के बड़े माफिया राज्य के बाहर बैठे हुए हैं और जो बड़े कंटेनर हैं, उस पर फोकस किया जाए. उसका रिजल्ट भी सामने आया है और शराब की बरामद 2022 की तुलना में 23 फीसदी ज्यादा हुई है.
2022 में कुल 171749 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वर्ष 2023 में 143621 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जब्त बरामद विदेशी शराब की बात करें तो 2023 में 18 लाख लीटर शराब जब्त की गई थी. 2023 में संख्या बहुत बढ़ गई है और 25 लाख लीटर से भी ज्यादा हो गई.
कुल वाहनों की अगर बात करें. जिससे शराब को ट्रांसपोर्ट किया जाता है. उसमें भी इस साल बढ़ोतरी हुई है. 2022 में 16988 वाहन जब्त किए गए थे. इस साल अभी तक 17183 वाहनों को जब्त किया गया जो की 2016 से अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है.
इंटीग्रेटेड प्लान के तहत पुलिस कार्रवाई कर रही है और नेटवर्क को ध्वज करने में बिहार पुलिस को बहुत बड़ी सफलता मिली है. जिसमें राज्य के बाहर बैठे माफियाओं की भी गिरफ्तारी की गई है. इसी क्रम में 2021-22 और 23 इन तीन सालों में 222 राज्य के बाहर के बड़े शराब तस्करों की गिरफ्तारी की गई है.
वहीं झारखंड से 75, हरियाणा से 57, उत्तर प्रदेश से 34, पंजाब से 14, पश्चिम बंगाल से 34, राजस्थान से 4, असम से 4, दिल्ली से 7, अरुणाचल प्रदेश से 3, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड से भी गिरफ्तारी की गई है. 2022 में बड़े ट्रक और कंटेनर 364 गिरफ्तार किए थे. 2023 में संख्या और बड़ी है. 2023 में 451 ट्रक और बड़े कंटेनर को पकड़ा गया है. ज्यादा से ज्यादा शराब और कंटेनर को पकड़ा गया है. कई कांडों की संख्या पहले से कम हुई है.
2023 में फरवरी से दिसंबर तक का जो आंकड़ा है. इसमें फाइन और टोटल अरेस्टिंग में 127406 लोगों को अरेस्ट किया गया. उसमें से 66253 को फाइन देकर छुड़ा लिया गया. यानी की 52 फीसदी लोगों को फाइन लेकर छोड़ा गया है. ज्यादातर शराब पीकर हंगामा करने वाले लोग भी इसमें शामिल हैं.
शराब पीने वाले में केवल 5 फीसदी लोगों को ही जेल भेजा गया है. मुख्य रूप से शराब की तस्करी में जो लोग शामिल है. उनकी गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया है. एक्साइज कोर्ट के जरिए सजा देने के मामले में पिछले 2 सालों में 2021 में 248 कांड थे. जिसमें 300 को सजा सुनाई गई. 2022 में 368 कांडों में 459 अभियुक्तों को सजा सुनाई गई.
2023 अक्टूबर तक 191 कांडों में 251 अभियुक्तों को सजा सुनाई गई. कुल 1522 अभियुक्तों को सजा सुनाई गई है. इसमें फाइन देकर छुटने वालों की संख्या इसमें शामिल नहीं है. नशा मुक्त बिहार और शराब मुक्त बिहार बनाने का जो बिहार पुलिस का अभियान है. वह 2024 में भी चालू रहेगा .
इनपुट- सन्नी कुमार
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