Pitta Dosha Symptoms : डॉ. वीके मोंगा के अनुसार यदि आपकी त्वचा पर लालिमा और खुजली होती है और पेट में जलन और एसिडिटी रहती है, तो ये पित्त दोष के लक्षण हैं. गर्मियों में आमतौर पर हर व्यक्ति को पित्त दोष की समस्या होती है ऐसे में आपको कुछ सब्ज़ियों और फलों का सेवन खाने में छोड़ देना चाहिए.
एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं सामान्य हैं. ऐसे में कटहल खाने से बचना चाहिए क्योंकि कटहल चिपचिपा होता है. इससे शरीर में पाचन शक्ति भी प्रभावित होती है, जिससे कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
यदि आपकी त्वचा पर लालिमा और खुजली होती है और पेट में जलन और एसिडिटी रहती है, तो ये पित्त दोष के लक्षण हैं. गर्मियों में आमतौर पर हर व्यक्ति को पित्त दोष की समस्या होती है। ऐसे में आपको कुछ सब्ज़ियों और फलों का सेवन खाने में छोड़ देना चाहिए.
डॉ. वीके मोंगा के अनुसार पित्त दोष से ग्रसित लोगों को कुछ सब्ज़ियों और फलों का सेवन नहीं करना चाहिए. इनमें सबसे पहले बैंगन आता है. पित्त प्रकृति के लोगों को बैंगन बिल्कुल नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर बहुत गर्म होती है. इससे शरीर में पित्त दोष बढ़ सकता है, जिससे पेट में जलन और त्वचा पर खुजली हो सकती है.
आयुर्वेद में पित्त प्रकृति वाले लोगों को भिंडी नहीं खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि भिंडी की तासीर गर्म होती है. भिंडी खाने से पित्त की समस्या बढ़ सकती है. पित्त प्रकृति वाले लोग भिंडी की गर्म तासीर को सहन नहीं कर पाते, जिससे उनके शरीर में तरह-तरह के रिएक्शन हो सकते हैं.
हालांकि संतरे और मौसंबी की तासीर ठंडी होती है, फिर भी पित्त प्रकृति के लोगों को इन्हें खाने से बचने की सलाह दी जाती है. यह इसलिए क्योंकि ये खट्टे फल हैं और पित्त दोष में खट्टी चीजों से परहेज करना जरूरी होता है। ऐसा न करने पर पित्त की समस्या बढ़ सकती है.
कीवी की तासीर ठंडी होती है, लेकिन इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है. इसलिए पित्त दोष होने पर इसे खाने से बचना चाहिए. पित्त की समस्या वाले लोगों को खट्टे फल, अचार, इमली जैसी खट्टी चीजों से भी परहेज करना चाहिए.
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