Bihar: राजद विधायक फतेह बहादुर के बिगड़े बोल, कहा-'बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद नहीं मिला अयोध्या का कोई अवशेष'
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Bihar: राजद विधायक फतेह बहादुर के बिगड़े बोल, कहा-'बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद नहीं मिला अयोध्या का कोई अवशेष'

Bihar Politics: राम मंदिर को लेकर विवादित ब्यान देने वालों में एक नाम है डिहरी से आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह का जिन्होंने बुधवार को जमुई में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर न केवल बीजेपी को घेरने की कोशिश की, बल्कि कई विवादित बयान भी दिए हैं. 

Bihar: राजद विधायक फतेह बहादुर के बिगड़े बोल, कहा-'बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद नहीं मिला अयोध्या का कोई अवशेष'

जमुई: पूरे देश में 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरों पर तो है लेकिन इन सबके बीच राम मंदिर को लेकर विपक्षी दलों द्वारा दिए जा रहे विवादित बयान भी काफी चर्चा में है. राम मंदिर को लेकर विवादित देने वालों में एक नाम है डिहरी से आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह का जिन्होंने बुधवार को जमुई में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर न केवल बीजेपी को घेरने की कोशिश की, बल्कि कई विवादित बयान भी दिए हैं. 

वहीं आरजेडी के कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में शिरकत करने बुधवार को जमुई विधायक फतेह बहादुर सिंह पहुंचे. कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में जाने से पहले स्थानीय परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बीजेपी पर जमकर प्रहार किया. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग में हो रहे विलंब के सवालों का जवाब शीर्ष नेतृत्व पर डालकर बचने की कोशिश की, लेकिन राम लला की प्राण प्रतिष्ठा और उस पर उनके पूर्व में दिए गए विवादित बयानों से बुधवार को एक कदम आगे निकल कर बयान दिया वो भी विवादित. 

उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किए जाने के बाद अयोध्या में राम मंदिर का अवशेष मिला ही नहीं, ये वो नहीं बल्कि इस बात की पुष्टि सुप्रीम कोर्ट भी करती है. उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद ध्वस्त होने के बाद अयोध्या में सम्राट अशोक और गौतम बुद्ध का अवशेष मिला न की राम का. विधायक फतेह बहादुर सिंह इतना पर ही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग पत्थर में प्राण डालने की बात कर रहे वो देश के बहुत कारगर साबित होंगे. 

उन्होंने कहा कि जो लोग पत्थर में प्राण डाल रहे हैं. ऐसे लोगों की एक सूची केंद्र सरकार को बनानी चाहिए और सूची बनाने के बाद केंद्र सरकार प्राण डालने वालों को देश की सीमा पर हर बटालियन के साथ और देश के सभी अस्पतालों में तैनात कर देना चाहिए. इससे ये होगा कि सीमा पर जिन जवानों की मौत होगी उसमें ये लोग प्राण डाल देंगे और अस्पताल में जिनकी मौत होगी उसमें भी प्राण डाल दिया जाएगा. 

उन्होंने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा कि ये लोग पत्थर में प्राण डालने की बात कर देश में अंधविश्वास फैलाने का काम कर रहे हैं. जिस राम मंदिर की बात ये लोग कर रहे हैं इसको लेकर ललई सिंह यादव ने 1976 में सच्ची रामायण को लेकर जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया था. इसमें स्पष्ट था कि रामायण और रामायण के सारे पात्र काल्पनिक है. उन्होंने कहा कि किसी भी राजनेता का या राजनीतिक दलों का काम मंदिर और मस्जिद बनाने का नहीं है, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों का काम है देश की जनता की सेवा करना और उसके विकास के बारे में सोचना.

आरजेडी विधायक ने कहा कि अगर मंदिर से सब कुछ होने वाला था तो कोरोना काल में मंदिर को बंद कर अस्पताल को क्यों खोल कर रखा गया, अगर मंदिर से ही सब कुछ होने वाला था तो कोरोना काल में सारे अस्पताल को बंद कर देते और सारे मरीज को मंदिर में भर देते. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों ने ही साबित कर दिया कि मंदिर में कोई शक्ति नहीं है और जहां कोई शक्ति नहीं है उसमें देश के अरबों-खरबों खर्च करने का कोई औचित्य नहीं है.

आरजेडी विधायक स्थानीय परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने केन्द्र सरकार पर वार करने का एक भी मौका हाथ से जाने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक तरफ भारत को विश्व गुरु बनाने की बात करता है वहीं दूसरी तरफ देश के 80 करोड़ जनता को फ्री में अनाज देकर उन सभी के हाथों में कटोरा थमा दिया. उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई त्रिशूल और तलवार से है. त्रिशूल और तलवार की लड़ाई कलम और किताब से है. उन्होंने कहा कि अगर भारत को विश्वगुरु बनाना है तो 22 जनवरी को देश के सभी विद्यालयों में मोमबत्ती जलाकर रोशनी करें और अपने बच्चों को शिक्षा के प्रति जागृत कर विद्यालय भेजें.
इनपुट- अभिषेक निराला 

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