Dhirendra Shastri: 'हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता?' गया में जमकर बरसे बाबा बागेश्वर
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2452233

Dhirendra Shastri: 'हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता?' गया में जमकर बरसे बाबा बागेश्वर

Dhirendra Shastri News: बाबा बागेश्वर ने पूछा कि अगर हवस का पुजारी हो सकता है तो हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता है? उन्होंने इसके लिए सनातनियों (हिंदुओं) को ही दोषी बताया.

आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

Baba Bageshwar News: मध्य प्रदेश में स्थित बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जिन्हें लोग बाबा बागेश्वर के नाम से भी जानते हैं. अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले बाबा बागेश्वर इन दिनों बिहार के बोधगया में हैं. वे अपने 200 अनुयायियों को पिंडदान कराने के लिए गया आए हुए हैं. यहां अपने भक्तों को कथा सुनाते हुए उन्होंने हिंदुओं से एकजुट होने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमलोग इतने विचित्र लोग हैं. सनातनी केवल अपनी ही चीजों को मजाक बनाते हैं. उन्होंने कहा कि सनातनी खुद अपने धर्म के संतो का और तीर्थो का मजाक उड़ाते हैं. मंदिरों को पाखंड की दुकान कहते हैं. संतो को ढोंगी-पाखंडी बताते हैं. उन्होंने कहा कि कभी आपने किसी मुल्ला को नहीं ऐसा करते नहीं देखा होगा. 

बाबा बागेश्वर ने कहा कि मुसलमान कभी भी अपने मौलवियों की बेइज्जत नहीं करते हैं, लेकिन हमलोग करते हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी के विरोध में नही हैं, लेकिन हमने हवस का पुजारी सुना है. हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता है? धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि हम लोग के दिमाग में बहुत ही प्रायोजित तरीके से ब्रेन को वॉश करने के लिए शब्दों को पहुंचाया जा रहा है और भरा जा रहा है, इसलिए आज लोग श्राद्ध को भी हास्य समझते हैं. उन्होंने कहा कि हम जातिवाद के बिलकुल पक्ष में नहीं है। हम सिर्फ हिंदुत्तव के पक्ष में है, लेकिन हमारे पूर्वजों के जो संस्कार है उसे मानेंगे.

ये भी पढ़ें- 'अंसारी नाम के बहुत लोग आतंकवादी होते हैं', बाबा बागेश्वर ने सपा सांसद को दिया जवाब

अपने भक्तों को कथा सुनाते हुए बाबा बागेश्वर ने कहा कि पितृपक्ष का यह 17 दिन पूर्वजों के लिए है. जब भी समय मिले, गयाजी पिंडदान करने अवश्य आना. अपने पुरखों के प्रति श्रद्धा उत्पन्न करना है. भगवान श्री राम ने भी गयाजी आकर पिंडदान किया था. उन्होंने कहा कि मनुष्य आज जितनी विपत्तियों का सामना कर रहा है. उसका पहला कारण पितरों की नाराजगी है. पितरों के प्रति श्रद्धा उत्पन्न करना, उनके मोक्ष के लिए प्रार्थना करना, नियम, व्रत करना यह परम कर्तव्य है. जो पुत्र अपने पुरखों का श्रद्धा करवाएगा, वही पुत्र कहने लायक होगा.

बिहार-झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Bihar-Jharkhand News in Hindi और पाएं Bihar-Jharkhand latest news in hindi हर पल की जानकारी. बिहार-झारखंड की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news