Prashant Kishor Jan Suraaj Party: अभी तो नई नई पार्टी बनी है. अभी तो नाम का ऐलान हुआ है. शॉर्ट फॉर्म भी जल्दी आ जाएगा. जसपा होगा या जसुपा... पाठकों और संपादकों की आम राय में यह भी तय हो जाएगा.
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Prashant Kishor Jan Suraaj Party: प्रशांत किशोर ने अपनी राजनीतिक पारी का शुभारंभ कर दिया है और इसके साथ ही उनकी पार्टी भी अब अस्तित्व में आ गई है. नाम होगा जन सुराज पार्टी. जन सुराज पहले एक मुहिम थी, जो अब राजनीतिक दल के रूप में हम सभी के सामने है. पार्टी के अध्यक्ष तो नहीं, लेकिन कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में मनोज भारती का नाम सभी के सामने आ गया है, लेकिन एक दिक्कत आ रही है. दिक्कत पार्टी लेवल वाली या कोई बड़ी परेशानी वाली नहीं है. बस ये समझ में नहीं आ रहा है कि प्रशांत किशोर की नई राजनीतिक पार्टी का नाम जसपा होगा या जसुपा?
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अब आप कहेंगे कि यह कौन सी बड़ी बात है. आपको तो यही लगेगा कि जन सुराज पार्टी का शॉर्ट फार्म जसपा होगा. मतलब तीनों शब्दों का पहला अक्षर. आपकी भी बात सही है, लेकिन हम बिहारी बहुत ही कानूनची हैं. सवाल यह है कि पहला अक्षर मात्रा के साथ लेना है या बिना मात्रा के साथ. अगर मात्रा के साथ लेते हैं जसुपा होगा और बिना मात्रा के लेते हैं जसपा होगा.
अब कुछ लोग कहेंगे कि फिर तो जेडीयू का नाम जेडीउ होना चाहिए. जेडीयू में यू जो है, वो इ और उ से मिलकर बना है. इसका मतलब यह यह हुआ कि इन दोनों स्वर अक्षरों में से एक मात्रा है और दोनों मिलकर संयुक्ताक्षर यू बनाते हैं, लेकिन ऐसा कहने वाले लोग यह भूल जाते हैं कि यूनाइटेड हिंदी शब्द है ही नहीं और अंग्रेजी में U स्वतंत्र अक्षर है. तो सीधे सीधे हम यू ही क्यों नहीं लिखेंगे.
खैर, जहां तक मुझे लगता है कि राजनीतिक दलों के नाम के शॉर्ट फॉर्म पार्टियां जारी नहीं करती हैं. आम तौर पर आसान उच्चारण वाले शब्दों की तिकड़ी या द्विकड़ी सेट होती है, वहीं नाम प्रचलन में आ जाता है. लिखित रूप में पार्टियां अपने पूरे नाम का ही उल्लेख करती हैं. बोलचाल में भले ही कोई भाजपा, राजद या जेडीयू कह देता है लेकिन ऐसा कुछ आधिकारिक नहीं होता है.
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एक बात तो यह भी समझ लेना चाहिए कि पार्टियों के शॉर्ट फॉर्म कई बार तो अखबार वाले बेहतर दे देते हैं. वो इसलिए कि उनको तय जगह में हेडिंग एडजस्ट करनी होती है. उनको फांट साइज का भी ख्याल रखना पड़ता है और अब तो सोशल मीडिया में जो चल गया, वहीं नाम आम तौर पर उच्चारण में भी आ जाता है. तो जसपा या जसुपा को लेकर आम राय बनने देते हैं. एक दो दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.