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पटना: बिहार से इस बार केंद्र की राजनीति का रास्ता निकलेगा. दरअसल अभी तक यह कजा जाता रहा है कि यूपी के रास्ते केंद्र की सत्ता का रास्ता तैयार होता है. ये सही भी है क्योंकि यूपी में लोकसभा सीटों की संख्या बहुत ज्यादा है और यहां से जिस राजनीतिक दल को समर्थन मिलता है उसका प्रभाव पड़ोसी राज्यों पर भी साफ देखा जाता है. लेकिन इस बार बिहार पर भाजपा से लेकर सभी राजनीतिक दलों का फोकस है. ऐसे में यह माना जाने लगा है कि बिहार से होकर इस बार केंद्र का रास्ता निकलेगा.
ऐसा क्यों कहा जा रहा है इसके पीछे की वजह भी है. दरअसल एक तरफ बिहार पर इस बार भाजपा का फोकस है और भाजपा जानती है कि यहां जीत का सीधा मतलब है इसका असर पूर्वांचल से लेकर झारखंड और सीमांचल से सटे पश्चिम बंगाल के हिस्से में साफ देखने को मिलेगा. इसके साथ ही आपको बत दें कि भाजपा यह भी समझती है कि अगर यहां की 40 सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल कर ली तो सीधे-सीधे यहां से जदयू के वोट बैंक का सफाया हो जाएगा और बिहार में 2025 का विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए आसान हो जाएगा. उधर इस बार भाजपा के सामने पीएम पद के विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर जो चेहरा नजर आ रहा है वह नीतीश कुमार का है.
नीतीश कुमार बिहार से बाहर जाकर भी भाजपा के खिलाफ लगातार विपक्षी दलों को इकट्ठा करने के काम में लगे हुए हैं. ऐसे में दो ऐसे संकल्प एक भाजपा का और दूसरा नीतीश का दोनों को देखकर लगने लगा है कि 2024 के चुनाव में जिसने बिहार जीता वही केंद्र की सत्ता पर राज करेगा.
अमित शाह नवादा और इससे पहले बिहार की सभी रैलियौं में साफ कह चुके हैं कि अब NDA मे नीतीश की एंट्री नहीं है. ऐसे में जदयू ने एक पोस्टर जारी किया जिसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि यह भाजपा को जवाब है जो जदयू ने दिया है. इस पोस्टर में नीतीश कुमार की तस्वीर लाल किले के साथ लगाई गई है और इसमें लिखा गया है कि हम बिहार वाले हर कदम आपके साथ हैं. मतलब जदयू ने इशारा कर दिया है कि नीतीश कुमार ही देश के एगले पीएम होंगे. जबकि अमित शाह लगातार कह रहे हैं कि नीतीश का पीएम बनने का सपना अधूरा रह जाएगा क्योंकि अभी पीएम पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है.
नीतीश के साथ लाल किले की तस्वीर वाली पोस्टर को जदयू के MLC खालिद अनवर ने लगवाए हैं और लिखा है देश को आपका इंतजार है, इसके साथ रमजान की मुबारकबाद भी दी गई है. नीतीश कुमार हालांकि लगातार इस बात से इनकार करते रहे हैं कि वह पीएम पद के उम्मीदवार हैं लेकिन उनकी पार्टी तो अभी तक यही मानती है. ऐसे में अमित शाह के बयान के ठीक बाद भी जदयू की तरफ से पोस्टर जारी कर दिखा दिया गया कि जदयू के नेता अभी भी पीएम उम्मीदवार के तौर पर नीतीश को ही मान रहे हैं.