रांची के मोराबादी मैदान में दो दिवसीय जनजातीय महोत्सव कार्यक्रम की तैयारी का सचिव विनय चौबे ने जायजा लिया. इस दौरान सचिव के जवान, रांची उपायुक्त रांची एसएसपी समेत कई आला अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारी के बारे में जानकारी ली.
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रांचीः झारखंड में पहली बार बड़े पैमाने पर विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर दो दिवसीय झारखंड जनजातीय महोत्सव 2022 का आगाज होगा. इसको ऐतिहासिक बनाने के लिए राज्य सरकार के अधिकारी जुट गए हैं. राज्य सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की तैयारी का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री के सचिव विनय चौबे समेत कई आला अधिकारी पहुंचे. रांची के मोराबादी मैदान में दो दिवसीय जनजातीय महोत्सव कार्यक्रम की तैयारी का सचिव विनय चौबे ने जायजा लिया. इस दौरान सचिव के जवान, रांची उपायुक्त रांची एसएसपी समेत कई आला अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारी के बारे में जानकारी ली. कल से होने वाले जनजातीय महोत्सव कार्यक्रम में देश भर से विशेषज्ञ और कलाकार झुकेंगे.
डेढ़ सौ नगाड़ा वादन करेगा अतिथियों का स्वागत
रांची मोराबादी मैदान में कार्यक्रम का शुभारंभ झामुमो सुप्रीमो व राज्यसभा सदस्य शिबू सोरेन मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उपस्थित रहेंगे. डेढ़ सौ नगाड़ा वादन कर अतिथियों का स्वागत होगा. महोत्सव के शुभारंभ के बाद पहले दिन शाम 3:30 बजे से मयूरभंज के कलाकार छाऊ लोकनृत्य प्रस्तुत करेंगे. इसके बाद असम उड़ीसा के लोक कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे झारखंड से पद्माश्री मुकुंद नायक के बेटे नंदलाल नायक भी अपनी प्रस्तुति देंगे दूसरे दिन भी इसी दौरान रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसमें सुबह से शाम तक मध्य प्रदेश का भील डांस, भगोरिया डांस के अलावा झारखंड के मधु मसूरी समेत कई कलाकारों की प्रस्तुति होगी, कार्यक्रम के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे. इस दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे इधर दोनों दिनों तक रामदयाल मुंडा जनजाति शोघ संस्थान मैं कई विषय पर सेमिनार का आयोजन होगा.
कार्यक्रम कलाकार करेंगे अपनी कला का प्रदर्शन
रांची के उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण हिस्से हैं, जिसमें सामाजिक सांस्कृतिक धरोहर है उसके साथ साथ जो अन्य गतिविधियां है, जो जनजाति समाज की पहचान है, उसी जनजातीय समाज से बाकी समाज का भी अस्तित्व है. यह सब को देखने सीखने और समझने की आवश्यकता है. इन्हीं चीजों को यहां पर प्रदर्शित किया जाएगा, यहां पर मुख्य कार्यक्रम जो है संस्कृत के गीत संगीत तेरे बारे में जानकारी प्राप्त होगी. सिर्फ झारखंड के ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों के भी जनजाति कलाकार है जो जनजाति संस्कृति है उसके बारे में जानकारी मिल पाएगी. इस कार्यक्रम में हम यह भी समझ पाएंगे कि अन्य राज्यों में जनजाति किस प्रकार से जीवन यापन करते है. इस कार्यक्रम में खेलकूद का भी आयोजन किया जा रहा है. यहां और आकर्षण का केंद्र रहेगा जाति खानपान जो विशुद्ध रूप से जनजाति खानपान है. बहुत सारी ऐसी चीजें है जिसमें लोगों को जानने की जरूरत है. झारखंड क्षेत्र में भी बहुत कुछ ऐसी चीज है जो 1 क्षेत्र में निकलती है और उसकी जानकारी हमें नहीं हो पाती है. उसकी जानकारी भी इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को मिलेगी, यह कार्यक्रम झारखंड के लिए एक गर्व की बात होगी, इतने बड़े पैमाने पर पहली बार आदिवासी दिवस के अवसर पर जनजाति महोत्सव 2022 का आगाज होने जा रहा है, इस कार्यक्रम में झारखंड के साथ उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बंगाल समेत अन्य राज्यों से लोग शामिल हो रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि रूप में होंगे शामिल
बता दें कि हमारे झारखंड राज्य के जितने भी कला संस्कृति से जुड़े हुए एग्जीबिशन है, उसको भी यहां पर प्रदर्शित करवा जाएगा, जितने भी आदिवासी व्यंजन होते हैं उनको भी यहां लगाया जाएगा जैसे लोगों को उनके व्यंजन की जानकारी मिलेगी और उसका स्वाद भी ले सकेंगे. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी मुख्य अतिथि के रूप में 10 तारीख को शामिल होंगे. 9 तारीख को इस कार्यक्रम का शुभारंभ झामुमो सुप्रियो राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन जी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे. जिसको लेकर युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है और अब इसका अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है. विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जनजाति महोत्सव ऐतिहासिक होगा.
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