Bihar News: बेतिया में स्वास्थ विभाग की पोल खोलती तस्वीर सामने आई है. यहं मृत व्यक्ति को शव वाहन नहीं मिलने से परिजन शव को बाइक से घर ले गए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामला चनपटिया सीएचसी का है. जहां साठी थाना अंतर्गत हिछोपाल गांव का निवासी अद्याराम सड़क हादसे में घायल हो गया था, जिसका इलाज चनपटिया सीएचसी में चल रहा था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बिहार में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला अक्सर सामने आता रहता है. मगर, बेतिया से जो तस्वीरें सामने आईं हैं, उसे देखने के बाद हर कोई कहेगा कि कमी तो होगी, लेकिन इतना ज्यादा लापरवाही कि एक शव को परिवजनों को बाइक पर ले जाना पड़ा. अस्पताल एक एंबुलेंस तक मुहैया नहीं करा सकी. ये तस्वीरें देखने के बाद सवाल उठता है कि क्या यहां के निवासी तीसरी दुनिया के रहने वाले हैं? आइए पूरा मामला जानने कि कोशिश करते हैं.
दरअसल, बेतिया में स्वास्थ विभाग की पोल खोलती तस्वीर सामने आई है. यहं मृत व्यक्ति को शव वाहन नहीं मिलने से परिजन शव को बाइक से घर ले गए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मामला चनपटिया सीएचसी का है. जहां साठी थाना अंतर्गत हिछोपाल गांव का निवासी अद्याराम सड़क हादसे में घायल हो गया था, जिसका इलाज चनपटिया सीएचसी में चल रहा था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
हिछोपाल गांव का निवासी अद्याराम की मौत के बाद परिजनों को एम्बुलेंस नहीं मिला, जिसके बाद मृतक के गांव के कमलेश ठाकुर शव को बाइक पर शव को लेकर किसी तरह से घर पहुंचाया.
कमलेश ठाकुर ने बताया कि मरने वाला शख्स गरीब आदमी था, उसको एम्बुलेंस नहीं मिलने से शव को बाइक से लाना पड़ा. शव को करीब 12 किलोमीटर बाइक से घर ले जाया गया.
इस मामले में सीएचसी प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि सीएचसी में शव वाहन नहीं है. परिजनों को बताया गया कि 102 पर कॉल करके शव वाहन बेतिया से बुला लीजिए, लेकिन परिजन बाइक से ही शव को लेकर चले गए.
रिपोर्ट: धनंजय द्विवेदी
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