Ambala Crime: जब पुलिस ने जान गंवा चुके सुखचैन के दोस्त विशाल को बुलाना चाहा तो वह हर बार कोई न कोई बहाना बना देता. पुलिस से बचने के लिए वह हॉस्पिटल में एडमिट हो गया. जैसे ही हॉस्पिटल से उसे छुट्टी मिली पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू कर दी और आखिरकार जुर्म कबूल कर लिया.
Trending Photos
अंबाला: गांव दुराना के पास खेत में 26 मई को एक युवक का शव मिलने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने युवक की हत्या में उसके दोस्त को ही गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान उसने मर्डर के पीछे की जो बताई, उसे सुनकर हर कोई हक्का-बक्का रह गया.
दरअसल पुलिस को 28 मई को होटल मालिक सुखचैन का शव गांव दुराना के पास खेतों में पड़ा मिला था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले ही दर्ज कराई जा चुकी थी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सामने आया कि नूरपुर निवासी 36 वर्षीय सुखचैन की हत्या की गई है. इसके बाद डीएसपी जोगिंदर शर्मा के नेतृत्व में एसआईटी टीम बनाई. जब पुलिस मामले की तह तक पहुंची तो सुखचैन के दोस्त विशाल पर शक गहराया. कड़ी पूछताछ में भिवानी निवासी विशाल ने सुखचैन की हत्या की बात कबूल कर ली.
ये भी पढ़ें: Ola-Uber Ban: दिल्ली में नहीं चलेगी Ola, Uber और Rapido Bike, जानें सुप्रीम कोर्ट ने कब तक लगाई रोक
एसपी अंबाला जशनदीप सिंह रंधावा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि विशाल भिवानी का रहने वाला है और बीते दिनों अंबाला नूरपुर पीएचसी में कार्यरत था. उस पर काफी काफी कर्ज था और अपने इस कर्ज को खत्म करने के लिए उसने सुखचैन से पैसे मांगे, लेकिन सुखचैन ने मना कर दिया था.
गला दबाकर की थी हत्या
विशाल को यह बात पता चल गई थी कि सुखचैन प्लॉट खरीद की फिराक में है और उसके पास करीब 4 लाख रुपये है. इसके बाद उसने दोस्त को रस्ते से हटाने की साजिश रच डाली. 26 की रात को विशाल ने सुखचैन की ड्रिंक में नशीली गोलियां मिला दीं और उसके बाद उसका गला दबा गया. किसी को शक न हो इसलिए विशाल ने डेड बॉडी को गाड़ी में डाला और उसे खेतों में फेंककर फरार हो गया.
अंतिम संस्कार तक पीड़ित परिवार के साथ रहा मौजूद
पुलिस के शक के दायरे में न आए, इसलिए विशाल ने सुखचैन के घर वालों को उसकी हत्या की सूचना दी और शव वाले स्थान पर उन्हें ले गया. अंतिम संस्कार के वक्त भी वह सुखचैन के घरवालों के साथ मौजूद रहा. पुलिस ने सुखचैन की कॉल डिटेल खंगाली. जब पुलिस ने इसके दोस्त विशाल को बुलाना चाहा तो वह हर बार कोई न कोई बहाना बना देता. पुलिस से बचने के लिए वह हॉस्पिटल में एडमिट हो गया. जैसे ही हॉस्पिटल से उसे छुट्टी मिली पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू कर दी और आखिरकार जुर्म खबूल कर लिया. पुलिस ने उसे 6 दिन की रिमांड पर लिया है.
इनपुट: अमन कपूर