Karnataka के नए मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस में जारी माथापच्ची के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता डॉ के सुधाकर का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने मुख्यमंत्री पद के दावेदार सिद्धारमैया पर बड़ा आरोप लगाया है.
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Dr K Sudhakar Statement: कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस में जारी माथापच्ची के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता डॉ के सुधाकर का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने मुख्यमंत्री पद के दावेदार सिद्धारमैया पर बड़ा आरोप लगाया है. सुधाकर ने कहा, 2019 में सिद्धारमैया ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार की गिरवाई थी.
सुधाकर ने क्या आरोप लगाया?
बता दें कि सुधाकर कर्नाटक के पूर्व मंत्री रह चुके हैं. वह बसवराज बोम्मई सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे. उन्हें इस बार के चुनाव में हार मिली है. उन्होंने कहा, 2018 में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के दौरान, जब भी विधायक तत्कालीन समन्वय समिति के अध्यक्ष सिद्धारमैया के पास अपनी चिंताओं के साथ जाते थे, तो वे अपनी बेबसी व्यक्त करते थे और कहते थे कि सरकार में उनकी कोई भूमिका नहीं है और उनके निर्वाचन क्षेत्र के कार्य स्वयं ठप हैं. इसके अलावा, सिद्धारमैया विधायकों को 2019 के लोकसभा चुनावों तक प्रतीक्षा करने का आश्वासन देते थे और कहते थे कि वे एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को लोकसभा चुनाव के बाद एक दिन भी जारी नहीं रहने देंगे.
अंतत: हममें से कुछ लोगों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बचाव के लिए कांग्रेस छोड़नी पड़ी और उपचुनावों में लोगों के पास जाना पड़ा. क्या सिद्धारमैया इस तथ्य से इनकार कर सकते हैं कि कांग्रेस विधायकों के इस कदम में उनकी कोई स्पष्ट या अप्रत्यक्ष भूमिका नहीं थी.
क्या हुआ था 2019 में?
कांग्रेस के 13 और जनता दल (सेक्युलर) के तीन विधायकों ने 2019 में कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था, जिससे एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस और जद (एस) की 14 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गिर गई थी. बाद में, स्पीकर द्वारा अयोग्य घोषित किए गए इनमें से 16 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. इनमें से अधिकांश ने 2019 में उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल कर बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में मंत्री भी बने.
क्या सीएम बन पाएंगे सिद्धारमैया?
कर्नाटक में 10 मई को हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 135 सीटों पर शानदार जीत के बाद अब सभी के मन में सवाल है कि दक्षिण के इस प्रमुख राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा. फिलहाल, शीर्ष पद के लिए दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार सबसे आगे हैं और दोनों नेताओं ने दक्षिणी राज्य का नेतृत्व करने की अपनी महत्वाकांक्षा को छिपाया भी नहीं है.
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने नेता चुनने के लिए सर्वसम्मति से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया है, जिसे नेता चुना जाएगा वही राज्य का अगला मुख्यमंत्री होगा.
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