फिल्म 'पुष्पा' की तर्ज पर बीजापुर में तस्करी, डॉक्टर एंबुलेंस में ले जा रहा था सागौन
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1283922

फिल्म 'पुष्पा' की तर्ज पर बीजापुर में तस्करी, डॉक्टर एंबुलेंस में ले जा रहा था सागौन

पशु चिकित्सा अधिकारी सरकारी वाहन में सागौन की तस्करी कर रहा था. जिसे वन विभाग की टीम ने पकड़ा है.

फिल्म 'पुष्पा' की तर्ज पर बीजापुर में तस्करी, डॉक्टर एंबुलेंस में ले जा रहा था सागौन

पवन दुर्गम/बीजापुर: पिछले दिनों साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म 'पुष्पा' आई थी. इसमें हीरो लाल चंदन की तस्करी एंबुलेंस के जरिए करता दिखाई देता है. अब बात छत्तीसगढ़ के बीजापुर में भोपालपट्नम की, यहां वन विभाग की टीम ने पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह को सागौन की तस्करी करते पकड़ा है. खास बात ये रही कि लल्लन सिंह खुद एंबुलेंस 100 की स्पीड से दौड़ा रहे थे.

शहडोल से मां के शव को बाइक पर 80KM ले गए बेटे, नहीं मिला कोई एंबुलेंस

100 की स्पीड से चला रहे थे एंबुलेंस
बता दें कि भोपालपटनम से पशुधन विभाग की एम्बुलेंस टाटा सूमो क्रमांक CG 02 6384 में सागौन भरकर तस्करी की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारियों ने वाहन का पीछा किया. वन विभाग को देख डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह ने गाड़ी को 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाना शुरू किया. वन विभाग कब चेक नाके में सूचना के आधार पर गाड़ी को रोककर तलाशी ली गई. जिसमें सागौन बरामद किया गया. तलाशी के दौरान डिप्टी डायरेक्ट खुद गाड़ी चला रहे थे. सागौन लकड़ी को जब्त कर सरकारी वाहन को छोड़ दिया गया है.

इस पूरे प्रकरण में सीएफ मोहम्मद शाहीद ने बताया कि तस्करी के माल को बरामद कर लिया गया है. चूंकि एम्बुलेंस सरकारी है तो उसको राजसात नहीं किया गया है. तस्करी और अवैध परिवहन में दोषी संबंधित डिप्टी डायरेक्टर के ख़िलाफ़ मामला बनाकर वेटनरी विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा. जिसमे संबंधित विभाग दोषियों पर कार्यवाही करेगा.

जबलपुर में बड़ा हादसा, निजी अस्पताल में लगी आग, 9 लोगों की मौत

वन विभाग पर कार्रवाई की मांग
आज भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बीजापुर रेंज कार्यालय में धरना देकर संबंधित अधिकारी और वन विभाग के डुलमूल रवैये पर कार्यवाही की मांग की है. यहां जनता युवा मोर्चा के नेताओं ने बताया कि पूरा कुकर्म और तानाशाही के लिए विधायक और कलेक्टर जिम्मेदार हैं. इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए राज्यपाल के नाम कार्यवाही की मांग की गई है.

Trending news