शौक बड़ी चीज है: बाइक राइडिंग के लिए छोड़ दी पुलिस की नौकरी, अब ऐसे पूरा होगा जुनून
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शौक बड़ी चीज है: बाइक राइडिंग के लिए छोड़ दी पुलिस की नौकरी, अब ऐसे पूरा होगा जुनून

शौक बड़ी चीज होती है. अक्सर अपना शौक पूरा करने के लिए कुछ लोग ऐसा करते हैं जो चर्चा का विषय बन जाता है. कुछ ऐसा ही छत्तीसगढ़ के धमतरी में देखने को मिला है. जहां एक शख्स ने बाइक राइडिंग के लिए अपनी पुलिस की नौकरी छोड़ दी. 

शौक बड़ी चीज है: बाइक राइडिंग के लिए छोड़ दी पुलिस की नौकरी, अब ऐसे पूरा होगा जुनून

देवेंद्र मिश्रा/धमतरी। शौक अगर जुनून बन जाए तो ये इंसान से कुछ भी करवा सकता है. छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में पुलिस में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक संजय लांजे ने भी अपना शौक पूरा करने के लिए कुछ ऐसा ही किया है. संजय लांजे को लॉन्ग डिस्टेंस की सोलो बाइक राइड का इतना शौक था कि उन्होंने पुलिस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया. अपनी नौकरी से इस्तीफा देने के बाद अब वो एक खतरनाक सफर निकलने वाले हैं. 

बाइक राइडिंग के लिए छुट्टी नहीं मिलती थी 
संजय लांजे को शुरू से बाइक राइडिंग का शौक रहा है. जब कभी भी उनकी छुट्टी मंजूर होती थी तो वो धमतरी से गोआ, पुरी जैसी जगहों के लिए अपनी बाइक पर निकल जाते थे. संजय लांजे को संजय लांजे को शुरू से बाइक राइडिंग का शौक रहा है. जब कभी भी उनकी छुट्टी मंजूर होती थी. वो धमतरी से गोआ और जगन्नाथ पूरी जैसी जगहों के लिए अपनी बाइक पर निकल जाते थे. लेकिन पुलिस विभाग में छुट्टी मिलना आसान नहीं होता. ऐसे में संजय को हमेशा अपने शौक से समझौता करना पड़ता था. लेकिन उनका शौक उनका पीछा नहीं छोड़ रहा था. ऐसे में उन्होंने कुछ बड़ा करने का फैसला ले लिया.  

अब करेंगे खतरनाक सफर 
संजय बताते है कि वो अपनी बाइक से केवल 24 घंटे में धमतरी से गोआ पहुंच गए थे. और अब वो ज्यादा एडवेंचर करना चाहते है. उनकी तमन्ना है कि वो बाइक से लद्दाख का सफर करें और फिर दक्षिण भारत की तरफ निकले. लेकिन इस लंबे और खतरनाक सफर के लिए. लंबी छुट्टी मिलना संभव नही था. लिहाजा शौक से रिश्ता बनाए रखने के लिए. उन्होंने नौकरी से ही नाता तोड़ने का फैसला किया. 

पुलिस की नौकरी छोड़ दी 
धमतरी एसपी कार्यालय में संजय लांजे को सम्मान के साथ सेवा निर्वृत्ति दी गई. संजय ने बताया कि नौकरी और शौक एक साथ नहीं पूरे हो रहे थे. अब वीआरएस लेने के बाद वो नया जीवन और नया लक्ष्य के लिए समय देंगे.  पुलिस में संजय ने बतौर आरक्षक भर्ती ली थी और अब वो एएसआई के पद पर है. 34 साल की नौकरी के बाद अभी उनकी 7 साल की सेवा और बची थी. धमतरी एसपी ने संजय को भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी.

ऐसे में संजय ने उस कहावत को भी बदल दिया जिसमें कहा जाता था कि पुलिस की नौकरी के लिए लोग अपने सभी शौक छोड़ देते हैं, लेकिन संजय ने परंपरा से उलट फैसला लिया और उन्होंने अपने शौक लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. यही वजह है कि उनका शौक और जुनून हैरान करने वाला है. 

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