kumbh simhastha2028: इस बार महाकुंभ 2025 का आयोजन भव्य तरीके से किया गया है. प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए इस महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. बताया जा रहा है कि अब तक करीब 35 करोड़ लोग महाकुंभ में गंगा स्नान कर चुके हैं. करीब 3 साल बाद आपको महाकुंभ जैसा नजारा फिर देखने को मिलेगा. एमपी की धार्मिक नगरी उज्जैन में लगने वाले सिंहस्थ 2028 कुंभ मेले की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं.
एमपी की धार्मिक नगरी उज्जैन में भी महाकुंभ जैसा भव्य दृश्य देखने के मिलेगा. हर 12 साल पर उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ 2028 मेले की भव्य तैयारी अभी से शुरू हो गई है. सीएम मोहन भी मेले की तैयारियों में लगे हुए हैं.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मेले को लेकर बताया कि "सिंहस्थ महाकुंभ एक सोशल गैदरिंग है, इससे समाज की दिशा तय होती है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी मानना है कि कुंभ केवल एक मेला ही नहीं, लेकिन विश्व को परंपराओं के इनोवेशन, एजुकेशन और संदेश देने वाले शानदार मैनेजमेंट का एक अच्छा उदाहरण है."
बताया जा रहा कि इस बार आयोजित होने वाले सिंहस्थ मेले में 15 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है.
क्षिप्रा नदी के महत्व को बताते हुए सीएम यादव ने नदी के जल को साफ और शुद्ध करने का बात कही है. सिंहस्थ2028 में आने वाले श्रद्धालु इसी नदी में स्नान कर आशीर्वाद ले सकेंगे.
श्रद्धालु को सिंहस्थ तक पहुंचेने में कोई दिक्कत न हो इसके लिए विशेष तौर पर स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएंगी जिसके लिए अभी से ही सीएम मोहन रेलवे अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं.
मध्य प्रदेश सरकार ने पीक-ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए 2312 करोड़ रुपए की लागत वाली road upgradation project को मंजूरी दे दी है. यह सड़क उज्जैन और इंदौर के बीच के मार्ग को जोड़ेगी. यह सिंहस्थ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुख्य मार्ग होगा।
सिंहस्थ मेले में यातायात से लेकर वॉटर सप्लाई, सीवेज सिस्टम और बाकी दूसरी जरूरी सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है. प्रयागराज में मची भगदड़ जैसी स्थिति यहां न पैदा हो उसपर भी मोहन सरकार की नजर है, साथ ही इंदौर, उज्जैन और देवास जैसे शहरों में स्वच्छता को लेकर काम शुरू है.
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