फिर चर्चा में MP का बरोदिया नौनागिर हत्याकांड, सुप्रीम कोर्ट ने CBI और MP सरकार को दिया नोटिस
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फिर चर्चा में MP का बरोदिया नौनागिर हत्याकांड, सुप्रीम कोर्ट ने CBI और MP सरकार को दिया नोटिस

Sagar District: मध्य प्रदेश के चर्चित बरोदिया नौनागिर हत्याकांड के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस दिया है. 

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Barodia Naunagir Murder Case: सागर जिले की खुरई तहसील में पिछले साल हुआ 'बरोदिया नौनागिर हत्याकांड' एक बार फिर चर्चा में है, क्योंकि इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट ने मध्य देश सरकार और सीबीआई को नोटिस देकर जवाब तलब किया है. मामला बरोदिया नौनागिर गांव अनुसूचित जाति परिवार के तीन सदस्यों की मौत से जुड़ा है, जिसको लेकर प्रदेश में सियासत भी जमकर हुई थी. सीएम मोहन यादव भी पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए गांव में पहुंचे थे, जबकि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी कई बार गांव का दौरा किया था. यह गांव प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और बीजेपी के सीनियर विधायक भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र में आता है. 

सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई थी याचिका 

दरअसल, बरोदिया नौनागिर हत्याकांड को लेकर याचिकाकर्ता ने सप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी, जिसमें उसने मांग की थी कि इस केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होनी चाहिए और साथ ही मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को सुनवाई योग्य माना है, जिसके बाद जस्टिस जेके माहेश्वरी और अरविंद कुमार की बेंच ने इस मामले में बुधवार को मध्य प्रदेश सरकार और सीबीआई को नोटिस दिया है और दोनों से जवाब तलब किया है. बताया जा रहा है कि अब इस मामले की अगली सुनवाई मार्च महीने के तीसरे हफ्ते में की जाएगी. 

बता दें कि याचिकाकर्ता ने इस मामले में खुरई से विधायक और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और उनके करीबियों को शामिल होने का दावा भी किया था. जिसके चलते ही उसने मामले की जांच पुलिस की जगह सीबीआई और मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में कराने की मांग की थी. 

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क्या है बरोदिया नौनागिर हत्याकांड

दरअसल, यह मामला जनवरी 2019 का है, जहां खुरई के देहात थाना क्षेत्रम में आने वाले बरोदिया नौनागिर गांव के रघुवीर अहिरवार की बेटी अंजना से कुछ लोगों ने मारपीट की थी, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी, परिजनों का दावा था कि उसके साथ छेड़छाड़ भी हुई थी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट में इसका का जिक्र नहीं किया है. उसके बाद रघुवीर अहिरवार के छोटे बेटे नितिन उर्फ लालू की 24 अगस्त 2023 को बाजार में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, जबकि रघुवीर के घर में भी तोड़फोड़ की गई थी. उनके परिवार का दावा था कि अंजना से जुड़े मामले में की गई एफआईआर को लेकर समझौता करने के लिए दबंगों ने ऐसा किया था. 

बेटे की मौत के मामले में रघुवीर के भाई और मृतक के चाचा राजेंद्र अहिरवार प्रमुख गवाह थे, लेकिन परिवार का दावा था कि उन पर भी गवाही बदलने का दवाब बनाया जा रहा था, लेकिन जब वह तैयार नहीं हुए तो राजेंद्र अहिरवार की भी हत्या कर दी गई थी. वहीं राजेंद्र की हत्या के बाद जब अंजना अपने चाचा के शव को लेकर वापस गांव लौट रही थी तो अचानक से वह संदिग्ध हालत में चलती हुई एंबुलेंस से ही गिर गई थी, जिसके चलसे गंभीर रूप से चोट लगी थी जहां अंजना की भी मौत हो गई थी. इस घटना के बाद यह मामला पूरे प्रदेश में छा गया था. 

सीएम मोहन पहुंचे थे गांव 

सीएम मोहन यादव ने भी बरोदिया नौनागिर गांव पहुंचकर इस मामले के पीड़ितों से मुलाकात की थी और उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया था. वहीं कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी गांव पहुंचे थे, जहां जीतू पटवारी ने पीड़ित परिजनों की बात कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कराई थी. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद यह मामला फिर से चर्चा में आ गया है. 

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