PM Modi and Chief Justice of India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुए प्रोग्राम में कहा कि मैंने हमेशा संवैधानिक मर्यादा का सम्मान किया है. इस प्रोग्राम चीफ जस्टिस ने पीएम मोदी को मोर वाली एक बेशकीमती पेंटिंग भी तोहफे में दी है. पीएम मोदी को दी गई यह पेटिंग सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है.
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PM Modi at Constitution Day 2024: मंगलवार को पीएम मोदी ने कहा कि मैंने हमेशा संवैधानिक मर्यादा का पालन किया है. उन्होंने कहा कि संविधान ने जो काम दिया है, मैंने उसी मर्यादा में रखने का प्रयास किया है. मैंने कोई इसका उल्लंघन करने कोशिश नहीं की है. इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां के बारे में भी अपनी बात रखी. प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट परिसर में आयोजित एक समारोह में यह बातें कहीं. कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, चीफ जस्टिस संजीव खन्ना, सुप्रीम कोर्ट के बाकी जज और पूर्व जज शामिल थे. पीएम मोदी के इस मौके पर चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने एक मोर की तस्वीर भी भेंट की. जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है.
प्रोग्राम में संविधान निर्माताओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देश, काल और परिस्थिति के हिसाब से सही फैसला लेकर संविधान की समय-समय पर व्याख्या की जा सके, यह प्रावधान संविधान निर्माताओं ने किया है. उन्होंने कहा कि वे (संविधान निर्माता) यह जानते थे कि भारत की आकांक्षाएं और उसके सपने समय के साथ नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जानते थे कि आजाद भारत और आजाद भारत के नागरिकों की ज़रूरतें और चुनौतियां बदलेंगी, इसलिए उन्होंने संविधान को महज कानून की एक किताब बनाकर नहीं छोड़ा बल्कि, इसे एक जीवंत निरंतर प्रवाहमान धारा बनाया.
पीएम ने आगे कहा,'हमारा संविधान, हमारे वर्तमान और हमारे भविष्य का मार्गदर्शक है. पिछले 75 वर्षों में देश के सामने जो भी चुनौतियां आई हैं, हमारे संविधान ने हर उस चुनौती का समाधान करने के लिए सही रास्ता दिखाया है.' प्रधानमंत्री ने इमरजेंसी का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी संविधान ने लोकतंत्र के सामने आई इस चुनौती का भी सामना किया. उन्होंने कहा,'संविधान की वजह से ही आज जम्मू-कश्मीर में बाबासाहेब का संविधान पूरी तरह लागू हुआ है. आज वहां पहली बार संविधान दिवस मनाया गया है.' उन्होंने कहा,'आज भारत परिवर्तन के इतने बड़े दौर से गुजर रहा है और ऐसे हम समय में भारत का संविधान ही हमें रास्ता दिखा रहा है. हमारे लिए ‘गाइडिंग लाइट’ बना हुआ है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने हमेशा सवैंधानिक मर्यादा का पालन किया है, उसका उल्लंघन नहीं किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान ने जो काम दिया है, मैंने उसी मर्यादा में रहने का प्रयास किया है. मैंने कोई इसका उल्लंघन करने कोशिश नहीं की है. हालांकि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में साफ नहीं किया कि मर्यादा के उल्लंघन न करने से उनका मतल था. प्रधानमंत्री ने भाषण के अंत मे मुस्कुराते हुए कहा कि मैंने अपनी मर्यादा को संभालते हुए अपनी बात को रखा है. यहां तो इशारा करना होता है, ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं होती.