Global Peace Award for PM Modi: अब अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक और अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है. पीएम मोदी को अल्पसंख्यक उत्थान के लिए डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
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Global Peace Award for Minority Upliftment: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता देश ही नहीं विदेश में भी जारी है. अब अमेरिका में उनको एक और अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को अल्पसंख्यक उत्थान के लिए डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा, जिसकी घोषणा एक गैर सरकारी संगठन इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (AIAM) ने किया है.
पीएम मोदी को ग्लोबल पीस अवॉर्ड
नवगठित गैर-सरकारी संगठन एसोसिएशन ऑफ इंडियन अमेरिकन माइनॉरिटीज (AIAM) का मैरीलैंड के स्लिगो सेवेंथ-डे एडवेंटिस्ट चर्च में शुभारंभ किया गया. इस पहल का उद्देश्य संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय अमेरिकी प्रवासियों के भीतर अल्पसंख्यक समुदायों को एकजुट करना और उनके कल्याण को बढ़ावा देना है।. कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अल्पसंख्यक उत्थान के लिए डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवॉर्ड से (अनुपस्थिति में) सम्मानित किया गया. समावेशी विकास और अल्पसंख्यक कल्याण की दिशा में उनके प्रयासों को मान्यता देते हुए यह पुरस्कार वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और AIAM द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया.
प्रसिद्ध सिख परोपकारी जसदीप सिंह को AIAM का संस्थापक और अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जिसे विविध भारतीय अल्पसंख्यक समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले सात सदस्यीय निदेशक मंडल का समर्थन प्राप्त है. इन सदस्यों में बलजिंदर सिंह और डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाड़ा और एलीशा पुलिवर्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और निसिम रूबेन (भारतीय यहूदी) शामिल हैं.
अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए PM मोदी को ग्लोबल पीस अवॉर्ड
सभा को संबोधित करते हुए एआईएएम के अध्यक्ष जसदीप सिंह ने 2047 तक पीएम मोदी के 'विकसित भारत' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में संगठन की भूमिका पर जोर दिया।.उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में, भारत ने एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाया है, जो धर्म, जाति या संप्रदाय के बावजूद हर नागरिक के लिए समान अवसर सुनिश्चित करता है.'
सांसद और भारतीय अल्पसंख्यक महासंघ के संयोजक सतनाम सिंह संधू ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में आए बदलाव पर प्रकाश डाला. उन्होंने 'सबका साथ, सबका विकास' दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि इसने तुष्टीकरण की संस्कृति को खत्म कर दिया है और सांप्रदायिक सद्भाव और समान अवसर का माहौल बनाया है.
भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने धर्मनिरपेक्षता के प्रति भारत की संवैधानिक प्रतिबद्धता को बनाए रखने और राष्ट्र के लिए वैश्विक मान्यता को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने के प्रयासों की भी निंदा की और जोर देकर कहा कि भारत में अल्पसंख्यक अब देश की एकता और प्रगति को बाधित करने के उद्देश्य से झूठे आख्यानों का विरोध करते हैं. एआईएएम भारतीय अमेरिकियों के बीच एकता को बढ़ावा देने और संयुक्त राज्य अमेरिका के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने में उनके योगदान को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी एएनआई)