कुमार विश्वास की पत्नी हैं मंजू शर्मा, जयपुर से अजमेर पहुंची ACB की टीम, RPSC मेंबर्स पर लटक रही जांच की तलवार
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कुमार विश्वास की पत्नी हैं मंजू शर्मा, जयपुर से अजमेर पहुंची ACB की टीम, RPSC मेंबर्स पर लटक रही जांच की तलवार

Jaipur breaking news: राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर में ACB की टीम के पहुंचे से हड़कंप मच गया है. बता दें कि ये टीम EO भर्ती मामले को जयपुर से यहां पहुंची है. ACB टीम कुमार विश्वास की पत्नी RPSC मेंबर मंजू शर्मा से पूछताछ की है. 

 

एसीबी ने की आरपीएससी सदस्य से पूछताछ.

 Jaipur breaking news: राजस्थान लोक सेवा आयोग की मेंबर रहीं मंजू शर्मा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, बता दें कि मंजू शर्मा, हिंदी के कवि,वक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता कुमार विश्वास की पत्नी हैं.गहलोत सरकार में मंजू की आयोग सदस्य पद के लिए 14 अक्टूबर 2020 को नियुक्ति हुई थी. इनका कार्यकाल 14 अक्टूबर 2026 तक का है.

चार अन्य के संबंध में जानकारियां जुटाई

अधिशासी अधिकारी भर्ती परीक्षा में पैसे लेकर पास करने के मामले को लेकर एसीबी जयपुर की जांच टीम आज लगातार दूसरे दिन अजमेर में आरपीएससी सदस्य मंजू शर्मा से पूछताछ करने पहुंची. एसीबी की टीम ने कल आरपीएससी की एक और सदस्य संगीता आर्य से उनके सरकारी बंगले में पूछताछ की थी. एसीबी के एडिशनल एसपी सुरेंद्र राठौड़ ने अपनी टीम के साथ सुबह 11:00 बजे आरपीएससी कार्यालय पहुंचे और मंजू शर्मा से इस भर्ती रिश्वत कांड मामले में गिरफ्तार हुए घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत सहित चार अन्य के संबंध में जानकारियां जुटाई .

करीब डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद एसीबी के अधिकारी आरपीएससी से बाहर निकले पत्रकारों के साथ बातचीत में एसीबी के एसपी सुरेंद्र राठौड़ ने कहा की पूरे मामले में फिलहाल अनुसंधान जारी है और अभी कुछ भी निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता. एसीबी की टीम इस भर्ती कांड के विभिन्न पहलुओं पर अनुसंधान कर रही है और अनुसंधान पूरा होने के बाद ही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा. पिछले दो दिनों में एसीबी के अधिकारियों ने आरपीएससी की दोनों महिला सदस्यों के साथ पूछताछ में विभिन्न बिंदुओं को दायरे में लिया और अब जयपुर पहुंचकर उनका विस्तृत अनुसंधान किया जायेगा.

नियुक्ति गहलोत सरकार के समय में हुई थी

बता दें कि एसीबी ने आरपीएससी मेंबर संगीता आर्य से भी बात-चीत करके कई अहम जानकारी प्राप्त की है.इनकी नियुक्ति गहलोत सरकार के समय में हुई थी. संगीता आर्य कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी है. जबकि निरंजन आर्य भी चुनाव लड़ चुके हैं, दोनों को हार का सामाना करना पड़ा था. राजनीतिक जानकारों की मानें तो निरंजन आर्य सीएम गहलोत के काफी करीबी माने जा रहे हैं.

 

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