अजमेर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के थानों की भोगौलिक स्थित से परिचित करवाने के उदेश्य से निकाले जा रहे फलैग मार्च के दौरान आरएएफ के जवानों ने स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों के साथ शहर में भ्रमण किया.
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Beawar: प्रदेश में तैनात रेपिड एक्शन फोर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 83वीं बटालियन के उप कमाण्डेंट प्रवीण कुमारसिंह और एसपी अजमेर चुनाराम जाट के दिशा निर्देश और मार्गदर्शन में उप कमाण्डेंट प्रवीण कुमार और डिप्टी सुमित मेहरडा के नेतृत्व में सोमवार को बी 83 बटालियन की एक प्लाटून ने शहर में फलैग मार्च किया.
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अजमेर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के थानों की भोगौलिक स्थित से परिचित करवाने के उदेश्य से निकाले जा रहे फलैग मार्च के दौरान आरएएफ के जवानों ने स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों के साथ शहर में भ्रमण किया. इस दौरान निरीक्षक राजेन्द्र सिंह बिजारनियाँ, निरीक्षक प्रकाश सिंह और पुलिस थाना ब्यावर सिटी, थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह जोधा, पुलिस थाना ब्यावर सदर थाना प्रभारी निरीक्षक चैनाराम, पुलिस थाना मसूदा, थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश जीवनानी, पुलिस थाना जवाजा थाना प्रभारी उप निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह, पुलिस थाना टॉटगढ था प्रभारी उप निरीक्षक महेन्द्र सिंह के साथ मिलकर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में परिचित अभ्भयास किया.
साथ ही साथ स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मुख्खय बाजारों और सांम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में फ्फलैग मार्च किया ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर उस इलाके में तुरन्त पहुंचकर शीघ्र और प्रभावी कार्यवाही की जा सके. इसके साथ ही उपरोक्त सभी पुलिस थाना के शान्ति समिति और प्रमुख जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर शान्ति और भाईचारे से मिलकर रहने और अप्रिय घटना होने पर तुरन्त बातचीत द्वारा सुलझाने के बारे में समझाया और जागरुक किया गया.
उप कमाण्डेंट प्रवीण कुमार ने बताया कि इस परिचय अभ्भयास के दौरान इलाके की जनसंख्खया, सामुदायिक दृष्टि से अतिसंवेदनशील जगहों और विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा और बलवाइयों की सूची तैयार की जाएगी, ताकि भविष्य में किसी प्रकार का कोई साम्ंप्रदायिक तनाव और दंगा कि स्थिति घटित होने या प्राकृतिक आपदा होने पर अधिक कारगर ढंग से उस पर समय रहते नियंत्रित और प्रभावी कार्यवाही की जा सके.
उन्होंने बताया कि द्रुत कार्य बल द्वारा किया जाने वाला यह एक अभ्भयास है, जो कि नियमित अन्तराल के बाद किया जाता रहा है. इस अभ्यास के दौरान हम विभिन्न क्षेत्रों में जाकर वहां प्राकृतिक आपदा. सामाजिक परिवेश, समाज में अशान्ति उत्पन्न करने वाले विभिन्न कारणों का गहन अध्ययन कर डाटा एकत्रित करते हैं, जिससे विषम परिस्थितियों में द्रुत कार्य बल शान्ति व्यवस्था बनाने में त्वरित कार्यवाही कर सके.
Reporter: Dilip Chouhan