Nasirabad : पीसांगन के गोविंदगढ़ बांध में पहुंचा आनासागर स्कैप चैनल का पानी
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Nasirabad : पीसांगन के गोविंदगढ़ बांध में पहुंचा आनासागर स्कैप चैनल का पानी

दोपहर बाद रामपुरा-डाबला रोड़ की रपट से पानी तेज वेग से बहते हुए. यहां फतेहपुरा रोड़ स्थित रपट को पार करते हुए गोविंदगढ़ बांध में पहुंच गया. 

Nasirabad : पीसांगन के गोविंदगढ़ बांध में पहुंचा आनासागर स्कैप चैनल का पानी

Nasirabad : आनासागर स्कैप चैनल से बहकर आता पानी करीब 44 किलोमीटर का सफर तय कर पीसांगन के भोपाजी एनिकट की चादर छलकने के साथ ही रामपुरा डाबला रोड़ को क्रॉस कर पीसांगन कस्बे को पार कर गोविंदगढ़ बांध में पहुंच गया. पीसांगन में साबरमती नदी के तेज बहाव से पानी पहुंचने के साथ ही क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई. 

जानकारी के अनुसार आनासागर स्कैप चैनल से बहकर आता पानी रामपुरा डाबला के बाद कस्बे की सरहद में पहुंच गया. जिसके चलते भोपाजी एनीकट लबालब होने के बाद छलक पड़ा और एनिकट की आधा फ़ीट चादर चल पड़ी। चादर का पानी विनायकजी बावड़ी क्षेत्र में तेज बहाव के साथ पहुंचने लगा.

दोपहर बाद रामपुरा-डाबला रोड़ की रपट से पानी तेज वेग से बहते हुए. यहां फतेहपुरा रोड़ स्थित रपट को पार करते हुए गोविंदगढ़ बांध में पहुंच गया. अब ये पानी गोविंदगढ़ बांध का हलक तर कर रहा है. इस दौरान चादर और आवक का नजारा देखने ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. 

पानी के तेज वेग को देखते हुए दोपहर को उपखंड अधिकारी प्रियंका बड़गूजर,तहसीलदार मंजूर अली,थानाधिकारी नरपत राम बाना,सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी जलप्रभा चौधरी,कनिष्ठ अभियंता हंसा रामावत रामपुरा डाबला रोड स्थित रपट पर पहुंचे और हालातों का जायजा लिया और रपट के दोनों और विलायती बबूल कटवा कर रास्ते को एहतियातन बंद करवाया. ताकि तेज वेग से बहते पानी की बदौलत किसी अनहोनी की गुंजाइश ना रहे.

 ज्ञात रहे की अजमेर के आनासागर एस्केप चैनल से बहकर आता पानी सागरमती नदी में लगातार हो रही पानी की आवक के अलावा गत दिवस तेज बारिश की बदौलत बहाव तेज हो गया और सागरमती नदी के कैचमेंट एरिया में मजीतिया पहाड़ी क्षेत्र के पास नदी पार करने वाले रास्ते के टूटने के साथ ही पानी के तेज बहाव के दबाव के चलते नुरियावास-दांतड़ा मार्ग भी टूट गया और तेज गति से पानी एक ही रात में पीसांगन सरहद में पहुंचने के बाद भोपाजी एनीकट लबालब होकर इसकी चादर चल पड़ी. जिसकी बदौलत अब ये पानी रामपुरा डाबला रोड़ को क्रॉस कर फतेहपुरा रोड़ होते हुए. करीब 44 किलोमीटर का सफर तय कर गोविंदगढ़ बांध में पहुंच कर बांध का हलक तर करने लग गया है.

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