बाड़मेर में वाणी उत्सव का आरम्भ, रात में भजन प्रतियोगिताएं हुई आयोजित
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बाड़मेर में वाणी उत्सव का आरम्भ, रात में भजन प्रतियोगिताएं हुई आयोजित

वाणी उत्सव की शुरुआत शाम 6 बजे से हुई. वाणी भजन कलाकारों में उत्साह का माहौल रहा. भजनी कलाकारों के आने का सिलसिला परसों शाम से ही शुरू हो गया था. 

बाड़मेर में वाणी उत्सव का आरम्भ, रात में भजन प्रतियोगिताएं हुई आयोजित

Barmer: रुमादेवी फाउंडेशन व ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित वीणा पर पारंपरिक वाणी गायन के संरक्षण को समर्पित वाणी उत्सव का आरम्भ जसदेर तालाब, शिवशक्ति धाम में हुआ. जिसमें वार्ता सत्र व रात्रि भजन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. 2 दिवसीय वाणी उत्सव में राजस्थान व अन्य राज्यों के 100 से भी अधिक भजनी कलाकार पहुंचे हैं. जिन्होंने रात्रि भजन प्रतियोगिता में अपनी बेहतरीन भजन प्रस्तुतियां दी.

संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया की वाणी उत्सव की शुरुआत शाम 6 बजे से हुई. वाणी भजन कलाकारों में उत्साह का माहौल रहा. भजनी कलाकारों के आने का सिलसिला परसों शाम से ही शुरू हो गया था. कई भजनी कलाकार 700 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर वाणी उत्सव में सम्मिलित होने के लिए पहुंचे हैं. वीणा पर पारंपरिक वाणी भजन गायन का दौर कल रात्रि 8.30 बजे से ही शुरू हो गया था जो गुरुवार को दोपहर तक चलता रहेगा.

भजन प्रतियोगिता के बारे में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया की वाणी उत्सव की शुरुआत तीन वार्ता सत्रों से हुई. जिसके अंतर्गत “मरुभूमि के संत व उनकी वाणियां”, “संत साहित्य, उल्ट वाणी कबीर व गोरख”, “हरि को भजे सो हरि को होये” (सामाजिक समरसता के सन्दर्भ में) पर वार्ताएं आयोजित हुई. उसके पश्चात वाणी भजन प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ. जिनमें मरुभूमि के संत व उनकी वाणीयों पर दीप सिंह भाटी, आदर्श किशोर जाणी व विक्रम सिंह गोदारा ने तथा उल्टी वाणी पर आदर्श किशोर जाणी व सोहन लाल परमार ने वार्ताएं की. इस भजनी प्रतियोगिता पुरस्कार के लिए प्राप्त एक हजार से अधिक आवेदनों में से चयनित भजन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी.

इस साल के दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कारों की घोषणा

वाणी उत्सव के दूसरे दिन यानी आज गुरुवार को दान सिंह की चतुर्थ पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति में दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार समारोह आयोजित होगा, जिसमें 4 श्रेणियों में 1 लाख रुपये के पुरस्कारों की घोषणा होगी. वीणा वाद्य यन्त्र संरक्षण हेतु 50 वीणा भेंट कर कलाकारों का हौसला अफजाई करने का लक्ष्य रखा गया था जिनमें से 30 वीणा तैयार हो चुके हैं. जिनका वितरण कार्यक्रम में किया जायेगा तथा शेष 20 वीणा निर्माणाधीन हैं जिन्हें बाद में वितरित किया जायेगा.

इनकी उपस्थिति में हुई भजन प्रतियोगिताएं

वाणी उत्सव में भजन प्रतियोगिताएं आयोजित हुई जिसमे श्री श्री 1008 प्रताप पूरी जी महाराज, श्री श्री 1008 खुशाल गिरी जी महाराज, सेवानिवृत्त IPS सांगाराम जांगिड, डॉ. राकेश कुमार महानिदेशक हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद नई दिल्ली, बाड़मेर एएसपी नरपत सिंह,खरताराम गौदारा, उदाराम मेघवाल,यशोदा चौधरी, कौशल्या चौधरी,संध्या चौधरी, रामसिंह विश्नोई, पूनम राजस्थानी, नरपत मूढ़, खेराज राम प्रजापत, लक्ष्मी चौधरी, भंवरी विश्नोई,जैसलमेर जिला प्रमुख प्रताप सिंह समेत दूर दूर से आए गणमान्य लोग मौजूद रहे.

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