भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट पर कर्मचारियों का हल्ला बोल, इन मांगों को लेकर फंसा है पेंच, जयपुर कूच करने की बढ़ी संभावना
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भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट पर कर्मचारियों का हल्ला बोल, इन मांगों को लेकर फंसा है पेंच, जयपुर कूच करने की बढ़ी संभावना

भीलवाड़ा में विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर कर्मचारियों ने धरना दिया. मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. मांगे नहीं मानने पर कर्मचारी जयपुर कूच करने का अल्टीमेटम दिया है. आखिर किन-किन बातों को लेकर यह विवाद बना हुआ है. यह जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर. 

 

 

भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट पर कर्मचारियों का हल्ला बोल, इन मांगों को लेकर फंसा है पेंच, जयपुर कूच करने की बढ़ी संभावना

भीलवाड़ा: अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के तत्वावधान में कर्मचारियों की लंबित मांगों के अविलम्ब निराकरण के लिए जिला कलेक्ट्रेट भीलवाड़ा के मुख्य द्वार विशाल धरना दिया गया. महासंघ एकीकृत के प्रदेश प्रमुख महेंद्र सिंह चौधरी व प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में चलाए जा रहे प्रांत व्यापी आंदोलन के तहत सांकेतिक धरना देकर मांग पत्र के समर्थन में प्रदर्शन किया.

महासंघ के जिला संयोजक व राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया. धरने में महासंघ से जुड़े राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम), अखिल राजस्थान प्रबोधक संघ, राजस्थान राज्य नर्सिंग एसोसिएशन, व्यावसायिक प्रशिक्षक संघ,जलदाय कर्मचारी संघ, राजस्थान आंगनवाड़ी संघ सहित विभिन्न घटकों के पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया.

महासंघ के गिरधारी गुर्जर ने बताया कि मांग पत्र में कर्मचारियों की भर्ती, परिवीक्षा काल, वेतन विसंगतियां, चयनित वेतनमान, पदोन्नति, स्थानांतरण सहित विभिन्न मुद्दे शामिल है. धरने में स्थाई राज्यकर्मियों के साथ विभिन्न वर्गों के संविदा, निविदा कार्मिक यथा व्यावसायिक प्रशिक्षकों, पंचायत सहायक, सूचना सहायक, आशा सहयोगिनी आदि की मांगों को जोरदार तरीके से उठाया गया। महासंघ की ओर से प्रदेश पर्यवेक्षक विक्रम सिंह सायावत ने भी धरने को सम्बोधित किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने मांग पत्र पर सकारात्मक रुख नहीं अपनाया तो जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में राज्य भर से कर्मचारी जयपुर कूच करेंगे. 

धरने को संबोधित करते हुए जिला संयोजक वीरेन्द्र शर्मा ने कहा कि सरकार संविदा व निविदा पर कार्यरत कार्मिकों के नियमितीकरण का कार्य शीघ्र करे,संविदा सेवा नियम 2022 में संशोधन, राज्य कर्मचारियों को 7- 14 -21- 28 वर्ष पर चार एसीपी का लाभ दिया जाए, खेमराज कमेटी की लाभकारी सिफारिशें तुरंत लागू करने, मंत्रालय कर्मचारियों को सचिवालय पद अनुसार पदोन्नति नियम लागू करने, तृतीय वेतन श्रंखला अध्यापकों के अविलंब स्थानांतरण करने,सभी विभागों में स्थानांतरण हेतु स्थाई व पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाने, कर्मचारी कल्याण बोर्ड का गठन करने की मांगें रखी. 

महासंघ से जुड़े राजेंद्र कुमार शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा, नारायण जाट,दुर्गा शंकर सुथार, लादू लाल तेली, प्रताप सिंह, गोपाल लाल खटीक, मान सिंह,भगवत सिंह, धर्मेंद्र सिंह सोदा, घीसू लाल जाट, रामेश्वरलाल जाट, सुरेश शर्मा, पवन गर्ग, भैरू लाल जाट, विमला देवी, प्रदीप कुमार आचार्य,अशोक सेठिया, रेखा खटीक, शंकर लाल पायक, नीरज ओदिच्य,प्रदीप कुमार, रमेश जोशी, सुमित मुरारी,अजय कुमार जैन,महेश मंडोवरा, घनश्याम खटीक, शिवराज झंवर, योगेंद्र जैन, प्रदीप चंडालिया, सांवल कुमार ओझा,भगवती लाल शर्मा,रमाकांत तिवाड़ी आदि ने धरने को संबोधित किया.

Reporter- Mohammad Khan

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