Jaipur : नगर निगम ने तोड़ा राजस्व वसूली का पिछला रिकॉर्ड, जयपुर निगम ग्रेटर के खजाने में 83.45 करोड़ का राजस्व
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Jaipur : नगर निगम ने तोड़ा राजस्व वसूली का पिछला रिकॉर्ड, जयपुर निगम ग्रेटर के खजाने में 83.45 करोड़ का राजस्व

Jaipur Greater Nagar Nigam :  वित्तीय वर्ष 2023- 24 खत्म हो चुका है. इस वित्तीय वर्ष में ग्रेटर नगर निगम को 83.45 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है जो की 2022-23 यानि की पिछले वित्तीय वर्ष से मुकाबले 24 फीसदी ज्यादा रहा.

Jaipur : नगर निगम ने तोड़ा राजस्व वसूली का पिछला रिकॉर्ड, जयपुर निगम ग्रेटर के खजाने में 83.45 करोड़ का राजस्व

Jaipur Greater Nagar Nigam News :  वित्तीय वर्ष 2023- 24 खत्म हो चुका है. इस वित्तीय वर्ष में ग्रेटर नगर निगम को 83.45 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है जो की 2022-23 यानि की पिछले वित्तीय वर्ष से मुकाबले 24 फीसदी ज्यादा रहा.

नगर निगम ग्रेटर कमिश्नर रूकमणी रियाड़ ने बताया कि इस साल एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक हमे यूडीटैक्स, हाउस टैक्स और विज्ञापन साइट्स से कुल 83.45 करोड़ रुपए मिले है. जबकि पिछले वित्तवर्ष में ये राशि 67.35 करोड़ रुपए थी.

पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस साल 40 फीसदी ज्यादा रेवन्यू विज्ञापन साइट्स से हमे अच्छा मिला है. वित्तीय वर्ष 2023-24 इस साल हमे करीब 14 करोड़ रुपए विज्ञापन साइट्स से मिला रेवेन्यू मिला है.जबकि 2022-23 यानि पिछले वित्तीय वर्ष में विज्ञापन साइट के पेटे 9.56 करोड की वसूली की गई थी.

वहीं इस वित्तीय वर्ष में यूडीटैक्स और हाउस टैक्स के पेटे रेवेन्यू 70.22 करोड़ रुपए अर्जित किया गया हैं जो की पिछले वर्ष की तुलना में करीब 22 फीसदी अधिक हैं. रियाड ने बताया की नगर निगम की आय का सबसे बड़ा स्रोत यूडी टैक्स है. इस बार यूडी टैक्स वसूली पर फोकस रखा गया. नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारियों ने अच्छी मेहनत की.

इसका परिणाम निकला कि हम इस बार 83 करोड़ पहुंच गए हैं. राज्य सरकार ने बकाया यूडी टैक्स एकमुश्त जमा कराने पर आकर्षक छूट देने की घोषणा की थी. इस छूट का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे इसके लिए नगर निगम ग्रेटर की पूरी टीम ने सतत प्रयास किए और शहर वासियों ने भी आगे आकर सहयोग किया और अपना बकाया कर जमा कराया.

तीन दिन राजकीय अवकाश के दिन भी राजस्व शाखा से जुडे ऑफिस को खोला गया. निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने टीम भावना के साथ काम कर पिछले साल के मुकाबले अच्छा रेवन्यू अर्जित किया हैं. लगातार एक्सरसाइज के तहत सभी बकायेदारों को बकाया के नोटिस जारी कर तामील करवाए.

साथ ही नोटिस देने के बावजूद भी राजस्व जमा नहीं कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए प्रतिष्ठानों को सीज भी किया गया. निगम ग्रेटर में साल दर साल रेवन्यू की स्थिति (यूडी टैक्स और विज्ञापन के पेटे ) देखे तो 2021-22 में 54.04 करोड़, 2022-23 में 67.35 करोड़ का रेवन्यू अर्जित किया गया.

 

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