सचिन पायलट का बिना नाम लिए अशोक गहलोत पर बड़ा आरोप, बोले- PM की तारीफ के है बड़े मायने, पहले गुलाम नबी आजाद की हुई थी तारीफ
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1421613

सचिन पायलट का बिना नाम लिए अशोक गहलोत पर बड़ा आरोप, बोले- PM की तारीफ के है बड़े मायने, पहले गुलाम नबी आजाद की हुई थी तारीफ

Sachin Pilot News : सचिन पायलट ने राजस्थान ( Rajasthan ) की सियासत में अब मोर्चा खोल दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानगढ़ धाम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) की तारीफ की तो सचिन पायलट ने अब इसे गुलाम नबी आजाद ( Gulam nabi azad ) की तारीफ से जोड़ते हुए कहा कि पीएम मोदी ( PM Modi ) ने उनकी तारीफ भी की थी. जो बाद में पार्टी छोड़कर चले गए थे

सचिन पायलट का बिना नाम लिए अशोक गहलोत पर बड़ा आरोप, बोले- PM की तारीफ के है बड़े मायने, पहले गुलाम नबी आजाद की हुई थी तारीफ

Sachin Pilot News : सचिन पायलट ने लंबे समय बाद बिना नाम लिए अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) पर निशाना साधा है. उन्होने जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल जो बयान दिए. तारीफें की है. ये दिलचस्प घटनाक्रम है. पायलट ने पीएम मोदी ( PM Modi ) की ओर से मानगढ़ में अशोक गहलोत की तारीफ पर कटाक्ष किया और कहा कि प्रधानमंत्री ने जो तारीफ की है. ऐसी तारीफ पीएम की ओर से गुलाम नबी आजाद ( Gulam nabi azad ) की भी हम सदन में देख चुके हैं. उसके बाद जो नतीजे आए वो सबके सामने हैं.

दरअसल मानगढ़ धाम में हुई सभा में पीएम मोदी ने अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा था कि अशोक जी के साथ हम काम कर चुके है. वो हमारे सबसे सीनियर मुख्यमंत्री थे. और आज मंच पर जो मुख्यमंत्री मौजूद है. उनमें भी वो सबसे सीनियर है. प्रधानमंत्री की खुले मंच से इस तरह की तारीफ के कई सियासी मायने निकाले गए थे. अब सचिन पायलट ने इन तारीफों को गुलाम नबी आजाद की तारीफों से जोड़ा है. जब प्रधानमंत्री ने गुलाम नबी आजाद के संसद में विदाई भाषण के रुप में उनकी काफी तारीफ की थी. बाद में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी. ऐसे में अब अशोक गहलोत की तारीफों पर सचिन पायलट के इस बयान ने सियासी गर्माहट तेज कर दी है.

धारीवाल, राठौड़ और जोशी पर कार्रवाई की मांग

सचिन पायलट ने ये भी कहा कि 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक के समय जिन नेताओं ने अनुशासनहीनता की थी. उन नेताओं पर अब कार्रवाई का वक्त आ गया है. सचिन पायलट ने कहा कि जहां तक राजस्थान के अंदर की बात है. 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. वो हुई नहीं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद सोनिया गांधी से माफी मांगी थी. उन सब का संज्ञान लेने के बाद पार्टी ने इसे अनुशासन माना और 3 लोगों को नोटिस दिए गए.

ये भी पढ़ें- सचिन पायलट ने खोला मोर्चा, बोले- शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेद्र राठौड़ पर कब होगी कार्रवाई

सचिन पायलट ( Sachin Pilot ) ने कहा कि हमारी पार्टी अनुशासित है इस पार्टी में हम सबके लिए नियम कायदे बराबर है. जो नोटिस दिया गया है उसके जवाब मांगे गए हैं. उस पर भी शीघ्र निर्णय लिए जाने चाहिए. कानून डिसिप्लिन अनुशासन सब पर लागू है. मल्लिकार्जुन खड़के जी ने पदभार संभाला है. ऐसा तो हो नहीं सकता अनुशासनहीनता मानी गई हो और उस पर निर्णय नहीं लिया जाए. राजस्थान के संदर्भ में निर्णय लेने की जो बात है. केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. हम सब चुनाव में लगे हुए हैं. जल्द ही गुजरात के चुनाव की घोषणा भी हो जाएगी. अनुशासनहीनता का मामला केसी वेणुगोपाल ( KC Venugopal ) के संज्ञान में है. इस पर जल्द कार्रवाई होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनावों से पहले ज्योतिबा फुले बोर्ड का गठन, गहलोत सरकार की माली वोटर्स पर नजर

Trending news