कांग्रेस सरकार जब साल 2018 में सत्ता में आई. तो प्रदेश में बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से सरकार की ओर से महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलने का फैसला किया था.
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Jaipur: कांग्रेस सरकार जब साल 2018 में सत्ता में आई. तो प्रदेश में बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से सरकार की ओर से महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलने का फैसला किया था. पहले चरण में, 33 स्कूल खोलने के बाद पिछले तीन सालों में स्कूलों की संख्या तो बढ़.लेकिन शिक्षकों की कमी से अब इन स्कूलों में सबसे बड़ी समस्या सामने खड़ी है. बता दें कि, वर्तमान में प्रदेश में 559 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुले हुए हैं, तो वहीं नए सत्र से 211 और नए स्कूल खुलने जा रहे हैं. ऐसे में शिक्षकों का ना होना कहीं ना कहीं सरकार की बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ठेंगा दिखा रहा है.
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बता दें कि, 4 साल पहले सरकार ने बेहतर और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के उद्देश्य से शुरू की इस योजना की शुरुआत के पहले चरण में 33 जिलों में 33 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले थे. और इन 33 स्कूलों को मिली अपार सफलता के बाद प्रदेश सरकार की ओर से आगे भी प्रदेश में और इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने का फैसला किया गया. जिसके कारण वर्तमान में यह संख्या 559 तक पहुंच गई है.
ध्यान देने बात यह है कि, इस सत्र से प्रदेश के 211 और सरकारी स्कूलों को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में परिवर्तित किया गया है, जिन में प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही 9 जुलाई से इनका संचालन शुरू होगा, लेकिन अब इसमें समस्या ये है कि, जहां पहले से संचालित 559 अंग्रेजी माध्यम स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं, तो वहीं 9 जुलाई से खुलने जा रहे 211 स्कूलों में भी अभी तक एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो पाई है. जिसके चलते इस सत्र में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी.
इस विषय पर शिक्षक नेताओं और शिक्षकों का कहना है कि "शुरुआती दौर में खुले अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अनुभवी शिक्षकों को साक्षात्कार की व्यवस्था के बाद नियुक्ति दी गई ,हालांकि अगले कुछ चरणों तक खुले स्कूलों में व्यवस्था काफी सही रही.लेकिन शिक्षा विभाग अब बिना किसी तैयारी और व्यवस्था के लगातार इस स्कूलों की संख्या बढ़ाता जा रहा है. पिछले दिनों खुले इन स्कूलों में अभी भी करीब 20 से 40 फीसदी शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं, तो वहीं शिक्षा विभाग जल्द ही 10 हजार पदों पर साक्षात्कार की बात करीब दो महीनों से दोहरा रहा ह. इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने 9 जुलाई से 211 नये परिवर्तित अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 9 जुलाई से सत्र की शुरूआत करने जा रहा है.जिसमें से सबसे ज्यादा 42 स्कूल जयपुर में ही है. इन स्कूलों में ना तो शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और ना ही साक्षात्कार की कोई व्यवस्था हुई है.ऐसे में इन स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बाधित होती हुई नजर आ सकती है.,"
बहरहाल, इस मामले पर वर्तमान में प्रदेश में 559 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल जहां संचालित हो रहे हैं.तो वहीं इस सत्र से 211 और नये अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के खुलने के साथ ही इनकी संख्या 780 तक पहुंच जाएगी. हालांकि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला पिछले करीब दो महीनों से अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 10 हजार शिक्षकों को लगाने की बात दर्जनों बार दोहरा चुके हैं. ऐसे में जहां 559 स्कूलों में सत्र की शुरूआत हो चुकी है और 211 स्कूलों में 9 जुलाई से सत्र की शुरूआत हो जाएगी. तो स्थिति में बिना शिक्षकों के बच्चों की पढाई प्रभावित भी होती हुई नजर आ सकती है.
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