आज महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव और छत्र नाम के शुभ योग रहेंगे. कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के राजयोग बन रहे हैं. जन्माष्टमी पर इन आठ योगों का महासंयोग पिछले 400 सालों में नहीं बना. इन योगों में पूजा करने से पुण्य फल और बढ़ जाएगा. खरीदारी के लिए भी पूरा दिन शुभ रहेगा.
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Jaipur: इस साल जन्माष्टमी आज 19 अगस्त को मनाई जा रही है. मथुरा, वृंदावन और द्वारिका के साथ ही इस्कॉन मंदिरों में 19 तारीख को ही मनाई जाएगी. ज्योतिष के अनुसार शास्त्र मत भी 19 तारीख को ही श्रेष्ठ बता रहा है. उत्तर भारत में ज्यादातर जगहों पर 19 अगस्त को ही कृष्ण जन्मोत्सव मनाई जाएगी. इस दिन तिथि, वार, नक्षत्र और ग्रहों से मिलकर 8 शुभ योग बन रहे हैं. इसलिए 19 को ये त्योहार मनाना ज्यादा बेहतर है.
श्रीकृष्ण का 5249वां जन्मोत्सव
श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रात के आठवें मुहूर्त में हुआ था. रात 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव शुरू होता है. ये मुहूर्त इस बार 12.05 से 12.45 तक रहेगा. सितारों की स्थिति के कारण इस बार ये त्योहार और बेहद खास हो गया है. मौजूद ग्रंथों के मुताबिक ये भगवान कृष्ण का 5249वां जन्म पर्व है.
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जन्माष्टमी पर आठ योग
आज महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव और छत्र नाम के शुभ योग रहेंगे. कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के राजयोग बन रहे हैं. जन्माष्टमी पर इन आठ योगों का महासंयोग पिछले 400 सालों में नहीं बना. इन योगों में पूजा करने से पुण्य फल और बढ़ जाएगा. खरीदारी के लिए भी पूरा दिन शुभ रहेगा.
किस योग का क्या महत्व
महालक्ष्मी: चंद्रमा और मंगल से बनने वाले योग में लेन-देन, निवेश करना फायदेमंद है.
बुधादित्य: ये योग सूर्य और बुध से बनता है. कामों में सफलता बढ़ जाती है
ध्रुव: तिथि,वार, नक्षत्र से बनने वाला योग शुभ कामों के लिए बहुत ही खास है
छत्र: शुक्रवार और कृत्तिका नक्षत्र से बन रहे योग में नई नौकरी,बिजनेस शुरू करना शुभ है
कुलदीपक: बुध, गुरु, मंगल से बन रहे इस शुभ योग में पूजा से संतान की तरक्की होती है.
भारती: गुरु और मंगल से बन रहा है. इसमें किए गए शुभ कामों का पुण्य और बढ़ जाता है.
हर्ष: इस राजयोग में किए गए कामों में किस्मत का साथ,सुख और समृद्धि भी बढ़ती है.
सत्कीर्ति: नौकरी और बिजनेस की शुरुआत के लिए इस योग को खास माना गया है.
दिनभर में पूजा के पांच मुहूर्त
कृष्ण जन्मोत्सव रात में मनाने की परंपरा है लेकिन कुछ लोग रात में भगवान की पूजा नहीं कर पाते हैं. दिनभर अष्टमी तिथि के दौरान शुभ मुहूर्त में कृष्ण पूजा कर सकते हैं. विद्वानों ने राहुकाल का ध्यान रखते हुए शुभ लग्न और चौघड़िया मुहूर्त बताए हैं. दिनभर में पूजा के लिए कुल 5 शुभ मुहूर्त रहेंगे.
खरीदारी के लिए शुभ दिन
चंद्रमा उच्च राशि में अपने मित्र ग्रह मंगल के साथ एक ही राशि और नक्षत्र में मौजूद है. महालक्ष्मी योग बन रहा है. शुभ योग में निवेश, लेन-देन और प्रॉपर्टी की खरीदी-बिक्री करना फायदेमंद रहेगा.
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