Jhunjhunu News: विधानसभा अध्यक्ष प्रोफेसर वासुदेव देवनानी आज झुंझुनूं के दौरे पर रहे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षकों की तबादला नीति लागू होनी चाहिए.
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Jhunjhunu News: विधानसभा अध्यक्ष प्रोफेसर वासुदेव देवनानी आज झुंझुनूं के दौरे पर रहे. उनका झुंझुनूं पहुंचने पर भाजपा जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी, शिक्षाविद् गुलजारीलाल कालेर, रामनिरंजन पुरोहित आदि की अगुवाई में सर्किट हाउस में स्वागत किया गया.
इस मौके पर प्रोफेसर वासुदेव देवनानी ने कहा कि शिक्षकों की तबादला नीति लागू होनी चाहिए. उन्होंने अपने पिछले शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में शिक्षकों की तबादला नीति बना दी थी लेकिन आचार संहिता लग जाने के कारण उसे लागू नहीं कर पाए. पिछले पांच साल में उस बनी बनाई नीति को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाले रखा.
वर्तमान सरकार उस नीति को जब चाहे लागू कर सकती है. उन्होंने कहा कि हमने तो थर्ड ग्रेड टीचर के तबादले भी किए थे लेकिन पिछली सरकार ने पांच साल में एक भी थर्ड ग्रेड टीचर का तबादला करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई. इस मौके पर उन्होंने वर्तमान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की सराहना करते हुए कहा कि अकबर महान नहीं, बल्कि आक्रांता था बल्कि महाराणा प्रताप महान थे. ये कहने वाले वे देश के पहले शिक्षा मंत्री थे.
देवनानी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ यह कहा नहीं, बल्कि पाठ्यक्रम में बदलाव कर यह बच्चों को भी पढ़ाया. इसके अलावा 200 से अधिक वीर और वीरांगनाओं की गौरवशाली बातें भी पाठ्यक्रम में शामिल करवाई लेकिन पिछली सरकार ने इन्हें हटा दिया. उन्हें खुशी है कि वर्तमान शिक्षा मंत्री ने फिर से सही इतिहास पढ़ाने का फैसला लिया और महाराणा प्रताप महान थे. ऐसा पाठयक्रम जोड़ा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार की बात हो या फिर बच्चों को स्कूल में दूध पिलाने की बात हो. सभी निर्णय उन्होंने अपने शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में लिए थे, जो अब फिर से लिए जा रहे है. यह सराहनीय कदम है. उन्होंने कहा कि बच्चों को गौरवशाली इतिहास पढाना जरूरी है. इस मौके पर विधानसभा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा की बैठकें अधिक दिन चले. इसके लिए वे लगातार प्रयास कर रहे है. वहीं, विधानसभा को पेपर लेस बनाने का काम भी शुरू हो गया है हम कोशिश कर रहे है कि राजस्थान की विधानसभा को पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ विधानसभा बनाएं.
इस मौके पर उन्होंने विधानसभा के डिजीटल म्यूजिम पर चर्चा करते हुए कहा कि डिजीटल म्यूजियम को जनउपयोगी बनाना चाहिए. अभी वैसा नहीं बन पाया है इसलिए उन्होंने पर्यटन और शिक्षा विभाग के सचिवों के साथ गत दिनों बैठक की है. हम इस म्यूजियम को पर्यटन के साथ जोड़ रहे हैं ताकि यहां आमजन के साथ-साथ खासकर विद्यार्थी आए और वे राजस्थान का राजनीतिक इतिहास जान सकें. उन्होंने कहा कि पांच-छह महीने में इस म्यूजियम को नया स्वरूप दिया जाएगा.
साथ ही यह कोशिश की जा रही है कि विधानसभा की सुरक्षा, मर्यादा, परंपरा को ध्यान में रखते हुए विधानसभा को जन सामान्य के साथ जोड़ें. इस मौके पर भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष राकेश सहल, नगर उपाध्यक्ष ललित जोशी, अरूण कस्वां समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
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